एक्स पैरामिलिट्री ने मांगा वन रैंक वन पेंशन
भूतपूर्व पारा मिलिट्री सैनिकों ने सरकार से वन रैंक वन पेंशन की मांग की है।
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : एक्स पैरामिलिट्री वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक रविवार को आरएसपुरा में आयोजित हुई। रिटायर्ड सैनिकों ने चेतावनी दी कि उनकी मांगों की ओर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो इसके लिए आंदोलन शुरू करेंगे। बैठक के दौरान पैरामिलिट्री फोर्स के शहीद जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी गई। प्रदेश महासचिव दर्शन कुमार ने कहा कि सरहद पर बीएसएफ, आईटीबीपी व एसएसबी के जवान चौकसी कर रहे हैं, इसके बावजूद उन्हें पैरामिलिट्री-पे नहीं दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार और मौजूदा सरकार ने पैरामिलिट्री की मांगों पर ध्यान देने का कई आश्वासन तो दिए, लेकिन अब तक ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार भूल गई है कि देश की संसद को सीआरपीएफ के जवानों ने ही बचाया था। ऐसे में यदि अर्धसैनिक बल नहीं होता तो ये लोकतंत्र का मंदिर ध्वस्त हो जाता। उन्होंने कहा कि पैरामिलिट्री एसोसिएशन लंबे समय से अपनी वन रैंक वन पेंशन, पेंशन के लिए 1972 एक्ट को लागू करने, पूर्व सैनिक का दर्जा देने, पैरामिलिट्री के लिए अस्तपाल की सुविधा देने आदि जैसी कई मांग पिछले लंबे समय से सरकार के समक्ष रख रहे हैं, पर कोई ध्यान किसी सरकार ने नहीं दिया। कुमार ने कहा कि आए दिन बीएसएफ व सीआरपीएफ के जवान बार्डर एवं नक्सल बाहुल्य राज्यों में शहीद होते रहते हैं, लेकिन सरकार उनकी शहादत में भी फर्क कर रही है। अर्धसैनिक बल देश को अपने महत्वपूर्ण जीवन के 40 साल देते हैं, इसके बावजूद सरकार उन्हें वन रैंक-वन पेंशन की सुविधा नहीं दे रही है। इससे अर्धसैनिक बलों में केंद्र सरकार के प्रति भारी रोष है। उन्होंने कहा कि वो आज इस बैठक के माध्यम से एक बार फिर से सरकार से मांग करते है कि उनकी मांगों पर ध्यान दिया जाए, अन्यथा पैरामिलिट्री एसोसएशिन इसके विरोध में उतरेंगी। इस अवसर पर उप प्रधान दलीप सिंह, जनक राज भगत, मोहिद्र सिंह, गुरदयाल सिंह, गुरवचन सिंह, कौशल सिंह, नूर मोहम्मद, हरबंस लाल, अशोक कुमार, जगन नाथ, मेला राम समेत सैकड़ों रिटायर्ड अर्धसैनिक बल उपस्थित थे।