कोरोना संकट में सरकार ने जो नियम बनाए हैं, सभी को उसका पालन करना चाहिएः डीएसपी ट्रैफिक
यातायात विभाग ने स्पष्ट आदेश दिया है 30 जून तक कोई भी दस्तावेज एक्सपायर न माना जाए। 1 जुलाई से नए दिशानिर्देश जारी होंगे जिसके तहत ट्रैफिक पुलिस काम को अंजाम देगी।
जम्मू, जागरण संवाददाता। शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर यातायात को सुचारु बनाने के लिए तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को यह कहा गया है कि वे ड्यूटी को अंजाम देने के दौरान यह सुनिश्चित करें कि वे खुद का भी बचाव करें और लोगों को भी कोरोना महामारी के बारे में जागरूक करें। यह कहना है ट्रैफिक पुलिस जम्मू सिटी साउथ के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) ट्रैफिक सचिन गुप्ता का। दैनिक जागरण संवाददाता दिनेश महाजन ने सचिन गुप्ता से विशेष बातचीत कर कोरोना काल के बीच ट्रैफिक पुलिस के कामकाज के बारे में जानकारी हासिल की। प्रस्तुत है प्रमुख अंश।
लॉकडाउन के बाद से ट्रैफिक पुलिस के कामकाज में किस प्रकार बदलाव हुआ हैं?
शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर तैनात ट्रैफिक कर्मियों को यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे शारीरिक दूरी का पालन करें। इसके अलावा उन्हें चेहरे पर मास्क पहनने और हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करने को भी कहा गया है। पुलिस कर्मियों को मास्क और हैंड सैनिटाइजर विभाग की ओर से उपलब्ध करवाए हैं, ताकि वे कोरोना के संक्रमण से खुद को बचा सकें।
कोरोना संकट में कोर्ट पूरी तरह से काम नहीं कर पा रहे। ऐसे में जिन वाहन चालकों का कोर्ट का चालान काटा जा रहा है, उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं?
यह सही है कि मौजूदा समय में कोर्ट की कार्रवाई पूरी तरह से नहीं चल रही। ट्रैफिक पुलिस इसको देखते हुए चालान की तिथि को बढ़ाकर डाल रही है। इतना ही नहीं जिन वाहन चालकों का चालान कटा है और वह कोर्ट से दस्तावेज नहीं छुड़वा पाए हैं, उनको राहत देते हुए ट्रैफिक पुलिस ने अतिरिक्त समय दिया हैं। नियमों के उल्लंघन के तहत ही ट्रैफिक पुलिस कोर्ट का चालान काट रही है।
रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस में काम सुचारु नहीं हो पाया है। आरटीओ कार्यालय से न तो नए दस्तावेज बन रहे हैं, जो दस्तावेज एक्सपायर हो चुके हैं? उनकी जांच के दौरान पुलिस किस प्रकार काम कर रही हैं?
यातायात विभाग ने स्पष्ट आदेश दिया है 30 जून तक कोई भी दस्तावेज एक्सपायर न माना जाए। 1 जुलाई से नए दिशानिर्देश जारी होंगे जिसके तहत ट्रैफिक पुलिस काम को अंजाम देगी। पुराने आदेश को मानते हुए ट्रैफिक पुलिस फिटनेस सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट अन्य दस्तावेजों को 30 जून तक सही मान रही है।
लॉकडाउन के समय वाहनों की संख्या कम थी इसके चलते ट्रैफिक पुलिसकर्मी सड़कों से नदारद थे। अब सड़कों पर पहले कितना चहल-पहल हो गई हैं। ट्रैफिक पुलिस किस प्रकार अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रही हैं?
ट्रैफिक पुलिस का मुख्य उद्देश्य यातायात नियमों का सख्ती से पालन करवाना है। उसी के तहत जवान अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे हैं। बढ़ते तापमान के बावजूद पुलिसकर्मी सड़कों पर तैनात होकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि नियमों का उल्लंघन ना हो। लोगों को भी पुलिस के इस काम में सहयोग देना चाहिए।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वाहन चालकों को एहतियात बरतने चाहिए। वाहन चालकों को क्या संदेश देना चाहेंगे?
मेरा मानना है कि कोरोना वायरस से अधिक घातक सड़क हादसे हैं। हमारे देश में जितनी मौतें सड़क हादसों से होती है कोरोना वायरस से उतनी नहीं होती। सड़क हादसों में घायल होकर लोग आजीवन दिव्यांग तक हो जाते हैं। वाहन चालकों को चाहिए कि वे यातायात नियमों का पालन करें। सरकार ने जो नियम बनाए हैं, सभी को उसका पालन करना चाहिए।