अगर बोर्ड न होता तो ग्रेनेड से जाती जानें
जागरण संवाददाता, जम्मू : इसे आतंकियों की चूक कहें या भगवान की कृपा। अगर डब्बू वैष्णो ढ
जागरण संवाददाता, जम्मू : इसे आतंकियों की चूक कहें या भगवान की कृपा। अगर डब्बू वैष्णो ढाबे के ऊपर बोर्ड न लगा होता तो ग्रेनेड सीधे बस स्टैंड के बीच गिरता। और अगर ऐसा हो जाता तो वहां पर कई लोगों की जान जा सकती थी। ग्रेनेड हमला शुक्रवार देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे हुआ था। उस समय बस स्टैंड इलाके में काफी चहल-पहल थी। कई लोग ढाबों में खाना खाने आए थे। कुछ देर पहले कश्मीर से आई गाड़ियों से उतर कर भी कुछ यात्री वहां खड़े थे। ग्रेनेड को आतंकियों ने सड़क के ऊपर से नीचे बस स्टैंड जेडीए इमारत के पास फेंकने का प्रयास किया था लेकिन वह नीचे ढाबे के ऊपर लगे बोर्ड से टकरा कर छत पर ही गिर गया। इसके बाद ग्रेनेड धमाके साथ फट गया और ढाबे की छत पर लगी पानी चार टंकियां फट गई जिनमें से पानी की धार निकल पड़ी। अगर बोर्ड के साथ ग्रेनेड न रुकता तो शायद वह आज यहां पर खड़ा नहीं होता। वह ढाबे के बाहर काउंटर पर खड़ा था और ग्रेनेड सीधा उसके पास ही आकर फटता। उस समय ढाबे के अंदर व बाहर कई लोग खड़े थे, जिनकी जान जा सकती थी।
विजय कुमार, ढाबा मालिक
दुकान बंद कर सोने जा रहा था कि तभी जोर से धमाके की आवाज सुनाई दी। पहले लगा कि शायद किसी गाड़ी का टायर फटा है लेकिन बाद में पता चला कि ग्रेनेड हमला हुआ है।
-जहूर अहमद मलिक, कहवा विक्रेता यह हमला पुलिस को टारगेट कर किया गया था। हमले से कुछ समय पहले बस स्टैंड पुलिस की गाड़ी स्टेशन के बाहर आई थी जिसमें से उतर कर पुलिसकर्मी अंदर गए थे। तभी ऊपर सड़क से ग्रेनेड फेंका गया जो नीचे गिरने के बजाए ढाबे की छत के ऊपर ही फट गया। बस स्टैंड इलाके के आसपास सुरक्षा कड़ी करनी चाहिए।
-नितिन चड्ढा, प्रत्यक्षदर्शी दुकानदार
-हाई अलर्ट के बीच फ्लाई ओवरों पर पसरा अंधेरा
फोटो नंबर 32 और 33 सहित
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू के मुख्य बस स्टैंड में शुक्रवार देर रात ग्रेनेड हमले की घटना के बाद शहर में बेशक रेड अलर्ट जारी है, लेकिन शहर के प्रमुख फ्लाई ओवरों पर शनिवार शाम ढलते ही अंधेरा पसर गया। प्रशासन यह भूल गया कि मुख्य बस स्टैंड के साथ लगते पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड गुमट से इंदिरा चौक जाने वाली सड़क से ही फेंका गया। बेशक शहर में रेड अलर्ट जारी है, लेकिन विक्रम चौक से गांधी नगर और गांधी नगर से बिक्रम चौक जाने वाले फ्लाई ओवर पर लगी लाइट बंद हैं। इससे इन पर रात भर अंधेरा छाया रहा। प्रशासन यह भूल गया कि फ्लाई ओवर के ठीक नीचे डिस्ट्रक्ट पुलिस लाइन, अमर ¨सह क्लब और व्यस्त बिक्रम चौक भी लगता है। पुलिस लाइन पहले से ही आतंकवादियों के निशाने पर है। ऐसे में पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शनिवार को दिन पर बैठकों का दौर चलता रहा, सुरक्षा के साथ इस व्यवस्था पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।