इलेक्ट्रिक बसों में आरामदायक सफर करने को रहें तैयार
विकास अबरोल, जम्मू : भीड़भाड़, प्रदूषण और शोरगुल में यात्री वाहनों में सफर करने वाल
विकास अबरोल, जम्मू :
भीड़भाड़, प्रदूषण और शोरगुल में यात्री वाहनों में सफर करने वालों के लिए खुशखबरी। मई से यात्री छोटी इलेक्ट्रिक बसों में आरामदायक सफर करने के लिए तैयार रहें। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर देश के ऐसे छह अन्य शहरों की सूची में शामिल हो जाएगा, जहां जल्द ही इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू की जाने वाली है।
जम्मू-कश्मीर स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (जेकेएसआरटीसी) ने राज्य में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने के लिए टाटा मोटर्स को 40 बसें बनाने का आर्डर दे रखा है। 20 बस जम्मू शहर और 20 श्रीनगर शहर के विभिन्न रूट पर दौड़ेंगी। इन बसों को कर्नाटक के धरवाड़ प्लांट में तैयार किया जा रहा है। एक इलेक्ट्रिक बस की कीमत एक करोड़ रुपये के करीब है। लोअर फ्लोर वाली इस बस की अगले 20 दिनों में अंतिम बार जांच करने के लिए राज्य से एसआरटीसी की एक टीम भी जाएगी। अप्रैल के अंत तक इलेक्ट्रिक बसें जेकेएसआरटीसी के बेड़े में शामिल हो जाएंगी।
भारत सरकार की ओर से देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इलेक्ट्रिफिकेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 255 बसों का आर्डर दिया गया है। कंपनी पहले देश के छह शहरों में इलेक्ट्रिक बसों की सप्लाई कर रही है। इसमें जम्मू, कोलकाता, इंदौर, लखनऊ, असम और जयपुर के शहर शामिल हैं। फिलहाल पहले चरण में वेस्ट बंगाल ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन और लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड को बसों की डिलीवरी भी शुरू कर दी गई है। शहर में चिन्हित जगहों पर बनेंगे चार्जिंग स्टेशन :
नौ मीटर लंबी इलेक्ट्रिक बस को दो घंटे चार्ज करने के उपरांत 150 किलोमीटर तक दौड़ाया जा सकता है। इसके लिए एसआरटीसी के डिपो सहित शहर के अन्य चिन्हित जगहों पर चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे, ताकि ई-बस को दौड़ाने में कोई परेशानी न आए। डीजल के मुकाबले इसे दौड़ाने में लागत भी कम आएगी। एसआरटीसी के ड्राइवरों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा
जेकेएसआरटीसी के ड्राइवरों को ई-बस को दौड़ाने से पहले टाटा मोटर्स की ओर से प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए बाकायदा वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। इसमें उन्हें वाहनों के रखरखाव सहित अन्य बारीकियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। प्राइवेट मिनी बस ऑपरेटरों की मनमानी पर लगाम लगेगी :
जम्मू और श्रीनगर शहर में 4500 के करीब मिनी बस हर रोज विभिन्न रूट पर दौड़ती हैं। परिवहन विभाग द्वारा प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया तो निर्धारित है, लेकिन अक्सर यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जाता है। ऐसे में एसआरटीसी की ई-बस सेवा शुरू होने से कॉरपोरेशन की ओर से शहर के विभिन्न रूट का सरकारी किराया निर्धारित होगा और यात्री इन बसों में सफर करने में प्रामथिकता देंगे। इससे कॉरपोरेशन को राजस्व में भी लाभ होगा। ये होगी खासियत
09 मीटर लंबी
30 सीटर
02 घंटे चार्ज करने पर 150 किलोमीटर दौड़ेगी
0.8 यूनिट बिजली का खर्च आएगा प्रति किलोमीटर
02 से तीन रुपये प्रति किलोमीटर होगा खर्च
-80 किलोमीटर अधिकतम प्रति घंटा के हिसाब से दौड़ाया जा सकेगा ये होगी सुविधा :
जीपीआरएस सिस्टम
रीयर कैमरा
पैसेंजर कैमरा
लो फ्लोर
नहीं फैलेगा ध्वनि और वायु प्रदूषण