ई-कंटेंट के जरिए विद्यार्थियों को पढ़ाने की तैयारी
विभाग ने कोरोना संक्रमण काल से पहले ही इस अभियान को शुरू करने की तैयारी की थी ताकि दूरदराज क्षेत्रों के विद्यार्थियों को लाभ मिले। विभाग के आयुक्त सचिव इसे गंभीरता से ले रहे हैं। कॉलेजों में कम स्टाफ के आने से अध्यापकों के पास वीडियो लेक्चर बनाने के लिए पर्याप्त समय है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कोरोना संक्रमण से उपजे हालात के कारण डिग्री कॉलेज बंद है। ऐसे में उच्च शिक्षा विभाग ने ई-कंटेंट के जरिए विद्यार्थियों को पढ़ाने की तैयारी की है। इसके लिए विभाग ने डिग्री कॉलेजों के अध्यापकों को ई-कंटेंट लेक्चर बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
उच्च शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी प्रो. रविद्र टिक्कू का कहना है कि साइंस, कॉमर्स व आर्टस के सभी विषयों के लेक्चर तैयार किए जा रहे हैं। विभाग ने कोरोना संक्रमण काल से पहले ही इस अभियान को शुरू करने की तैयारी की थी ताकि दूरदराज क्षेत्रों के विद्यार्थियों को लाभ मिले। विभाग के आयुक्त सचिव इसे गंभीरता से ले रहे हैं। कॉलेजों में कम स्टाफ के आने से अध्यापकों के पास वीडियो लेक्चर बनाने के लिए पर्याप्त समय है। शुरुआती दौर में अंडर ग्रेजुएट के पहले, तीसरे व पांचवे सेमेस्टर और उसके बाद दूसरे, चौथे व छठे सेमेस्टर के पाठ्यक्रमों के लेक्चर तैयार होंगे। इस तरह अंडर ग्रेजुएट के पूरी डिग्री के हर स्ट्रीम को पूरा कर लिया जाएगा।
असिस्टेंट प्रोफेसर अपने घरों में पाठ्यक्रम के हिसाब से वीडियो बनाएंगे। इसके बाद विभाग के उच्च अधिकारियों या कॉलेजों के सीनियर प्रोफेसरों से चेक करवा कर वीडियो को उच्च शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को कहीं भी उनके पाठ्यक्रमों के लेक्चर पढ़ने के लिए मिल जाएंगे। इस कार्य को एक महीने में पूरा करना है। जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 1.60 लाख से ज्यादा है। कलस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू और कश्मीर में पीजी कोर्स भी है। भविष्य में विभाग पीजी कोर्सों के ई-कंटेंट लेक्चर भी तैयार करवा सकता है।