जम्मू शहर में पूरे उल्लास से मनाया गया विजयदशमी का पर्व
जागरण संवाददाता जम्मू कोरोना महामारी की वजह से संक्रमण से बचाव के लिए इस बार जम्मू शहर
जागरण संवाददाता, जम्मू : कोरोना महामारी की वजह से संक्रमण से बचाव के लिए इस बार जम्मू शहर में रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले नहीं जलाए गए। पहले जब भी यह आयोजन होता था तो शहर के लोग रावण को जलाने के लिए उमड़ पड़ते थे। रावण दहन और मेलों का आयोजन नहीं होने के बावजूद घरों में उत्साह से दशहरा और विजयदशमी का त्योहार बनाया गया। घरों में लोगों ने शस्त्र पूजन का कार्यक्रम भी रखा और पूरे उत्साह से इस परंपरा को निभाया। लोगों का कहना था कि इस बार कोरोना महामारी के चलते रावण और उसके भाई जलने से बच गए, लेकिन अगली बार नहीं बचेंगे। बच्चे और युवा भी छोटी-छोटी खिलौना बंदूकें लेकर दिनभर छतों और घरों के अंदर भी पटाखे फोड़ते नजर आए। उनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई थी। कमोवेश हर मोहल्ले में मिठाई की दुकानों पर भारी भीड़ दिखी। बच्चे सबसे ज्यादा जलेबी पसंद कर रहे थे। दशहरे के दिन जलेबी भी महंगी हो गई थी। यही हाल लड्डू और दूसरी मिठाइयों का था। कई बच्चे भगवान राम की वेशभूषा में तैयार होकर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद पर तीर मार कर प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाते भी नजर आए। बच्चों ने खरीदे तीर-धनुष, खाई जलेबियां
दशहरे को देखते हुए बाजारों में कई स्थानों पर खिलौनों के स्टाल सजे हुए थे। खासकर तीर कमान, कागजी तलवारों, गुर्ज और युद्ध की दूसरी सामग्री खरीदने में बच्चों ने दिन भर विशेष उत्साह दिखाया।बहुत से बच्चे अभिभावकों के साथ दशहरा मैदान, परेड ग्राउंड पंहुचे। क्योंकि उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि रावण दहन नहीं होगा। बेशक यह बच्चे रावण दहन न देख पाने के कारण दुखी हुए, लेकिन बाजारों से ठीक उसी तरह खरीदारी की, जैसे पहले करते थे। विजय दशमी को देखते हुए कई स्थानों पर जलेबियों की दुकाने सजी हुई थी। बेशक मेले का आयोजन नहीं हुआ था लेकिन बच्चों के उत्साह ने बाजारों में भी मेले जैसा माहौल बना दिया। इस बार नहीं हुई रामलीला, कलाकारों ने की पूजा-अर्चना
कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष राम लीला का मंचन तो नहीं हो सका लेकिन विजय दशमी पर सनातन धर्म सभा, दीवान मंदिर, सरस्वती ड्रामेटिक क्लब पंजतीर्थी, गीत मंदिर बख्शी नगर में राम लीला के सभी कलाकारों ने पूजा-अर्चना की। राष्ट्रीय बजरंग दल ने शस्त्र पूजन कर जम कर भगवान राम के जयघोष किए। प्रदेशाध्यक्ष राकेश बजरंगी ने शस्त्र पूजन के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी को एक जुट होकर बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए लड़ने का संकल्प लिया।