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क्रास एलओसी ट्रेड बंद होने, कश्मीर में प्रतिबंध से इस फेस्टिवल सीजन में ड्राई फ्रूट्स बिगाड़ सकते हैं स्वाद

भारत में ड्राई फ्रूट्स के दाम आसमान पर न पहुंच जाए इसके लिए दिल्ली जैसी बड़ी मंडियों के व्यापारी अभी से सक्रिय हो गए है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 24 Aug 2019 11:21 AM (IST)Updated: Sat, 24 Aug 2019 11:21 AM (IST)
क्रास एलओसी ट्रेड बंद होने, कश्मीर में प्रतिबंध से इस फेस्टिवल सीजन में ड्राई फ्रूट्स बिगाड़ सकते हैं स्वाद
क्रास एलओसी ट्रेड बंद होने, कश्मीर में प्रतिबंध से इस फेस्टिवल सीजन में ड्राई फ्रूट्स बिगाड़ सकते हैं स्वाद

जम्मू, जागरण संवाददाता। फेस्टिवल सीजन में ड्राईफ्रूट्स की बढ़ती कीमत इसके स्वाद को बिगाड़ सकती है। सीमापार से आयात बंद होने व कश्मीर घाटी में प्रतिबंधों के कारण भावी सीजन में उपलब्धता को लेकर संकट बना हुआ है।

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ड्राई फ्रूट्स की पूर्ति मुख्यत: अफगानिस्तान व कश्मीर से ही होती है। अफगानिस्तान से आयात होने वाला ड्राई फ्रूट्स पाकिस्तान के रास्ते पहुंचता था। कश्मीर के बादाम, अखरोट की काफी अधिक मांग रहती है। इन दोनों ही रास्तों से ड्राई फ्रूट्स की आमद 5 अगस्त से ठप पड़ी हुई है जिससे स्थानीय बाजार में बादाम व अखरोट की कीमतें लगभग 20 से 40 फीसद तक बढ़ चुकी है और आने वाले दिनों में इसमें और वृद्धि होने की आशंका जताई जा रही है। सबसे अधिक दाम छुआरे के बढ़े हैं जोकि पाकिस्तान की पैदावार है। पिछले एक महीने में ही इसके दाम दोगुना हो गए है।

अफगानिस्तान से अब हवाई मार्ग से हो रही आपूर्ति

भारत में ड्राई फ्रूट्स के दाम आसमान पर न पहुंच जाए, इसके लिए दिल्ली जैसी बड़ी मंडियों के व्यापारी अभी से सक्रिय हो गए है। अफगानिस्तान से जो ड्राई फ्रूट्स पहले पाकिस्तान के रास्ते अटारी बार्डर से आयात किए जाते थे, उन्हें अब दुबई से हवाई मार्ग से आयात किया जा रहा है। इस कारण आयात खर्च बढ़ गया है। आने वाले समय में इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है।

क्रास एलओसी ट्रेड बन गया था हवाला लेनदेन का रास्ता

आपसी विश्वास बहाली के तहत 21 अक्टूबर 2008 को गुलाम कश्मीर व जम्मू-कश्मीर के बीच शुरू किया गया क्रॉस एलओसी ट्रेड भी हवाला लेनदेन का रास्ता बन चुका था। लिहाजा केंद्र सरकार ने अप्रैल 2019 में इसे बंद कर दिया। इस ट्रेड की शर्त थी कि स्थानीय उत्पाद ही इधर-उधर होंगे लेकिन इस रास्ते से गुलाम कश्मीर का ड्राईफ्रूट कम और कैलिफोर्निया का ड्राई फ्रूट अधिक सप्लाई हो रहा था। कीमतों में भारी अंतर रख कर ये ड्राई फ्रूट जम्मू-कश्मीर में भेजा जा रहा था और राशि का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए हो रहा था।

  • पाकिस्तान के कराची से आने वाले छुआरे का दाम बीस दिनों में 100 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 200 रुपये प्रति किलो हो गया है। अफगानिस्तान से गुरबंदी बादाम गिरी, अंजीर, खुमानी, मुनक्का व कुछ अन्य ड्राईफूट आते है। मौजूदा समय में अंजीर का दाम 900 रुपये से एक हजार रुपये प्रति किलो, खुमानी का दाम 300 से 650 रुपये प्रति किलो व मुनक्का के दाम 400 से 600 रुपये प्रति किलो है। पहले यह पाकिस्तान के रास्ते से आते थे लेकिन अब दुबई से हवाई मार्ग से आयात हो रहे है। इसलिए इनके दाम में पिछले पंद्रह दिनों में 50 रुपये प्रति किलो तक की वृद्धि दर्ज हुई है। -ज्योति गुप्ता, प्रधान रिटेल ड्राईफ्रूट एसोसिएशन, जम्मू 

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