एक और बीरबल के मंचन के साथ शुरू हुआ नाट्य महोत्सव
अभिनव थियेटर में चलने वाले पांच दिवसीय नाट्य उत्सव का शुभारंभ सोमवार को वोमेध रंगमंच ग्रुप के नाटक ‘एक और बीरबल’ के साथ शुरू हो गया।
जम्मू, जागरण संवाददाता। अभिनव थियेटर में चलने वाले पांच दिवसीय नाट्य उत्सव का शुभारंभ सोमवार को वोमेध रंगमंच ग्रुप के नाटक ‘एक और बीरबल’ के साथ शुरू हो गया। इसका आयोजन संगम थियेटर की ओर से सांस्कृतिक मंत्रलय के सहयोग से किया जा रहा है, जबकि इसका उद्घाटन विधानसभा स्पीकर कविंद्र गुप्ता ने किया।
राकेश रोशन भट्ट के लिखे और रोहित भट्ट के निर्देशन में मंचित इस ऐतिहासिक नाटक में कश्मीरी पंडित समुदाय के बलिदान को दर्शाया गया है। इससे समाज में बदलाव आया और इंसान की सोच में भी परिवर्तन हुआ। कश्मीर के इतिहास में एक ऐसा व्यक्ति बीरबल धर था, जिसने इंसानियत के नाते अपने बेटे का परित्याग कर ऐसा इतिहास रचा कि कश्मीर में महाराजा रंजीत सिंह ने कश्मीर पर विजय पाई और कश्मीरियों को अफगानी हुकूमत से मुक्ति दिलाई। नाटक में दर्शाया गया कि अफगानी राजा कश्मीर पर राज किया करता था।
बीरबल धर और पंडित मिर्जा काक धर इस हुकूमत में कर वसूलने का कार्य करते थे। एक बार फसल कम होने पर लोगों ने कर देने से इंकार कर दिया। लोगों की लाचारी को उन्होंने शासक तक पहुंचाया तो उसने हर हाल में कर वसूलने का आदेश जारी किया। इस पर वह महाराजा रंजीत सिंह के पास चले जाते हैं। रंजीत सिंह अजीम खान और जवाहर खान पर आक्रमण कर देता है और कश्मीरियों को जुल्म से मुक्तिमिल जाती है। नाटक में सन्नी मुजु ने बीरबल, विनय पंडिता ने मिर्जा काक, राहुल पंडिता ने राज काक, रजनी भट्टी ने बीरबल की पत्नी, पुनीत बाली ने अजीम खान, मीनाक्षी ने राज काक की प}ी, किंग सी भारती ने बासाराम, सुशील रैना ने सुखराम, आशिष भट्ट ने अनवर खान, अनमोल पंडिता ने मिर्जा के पुत्र और अनिल भट्ट ने महाराज रंजीत सिंह की भूमिका निभाई।