Jammu Kashmir: डाॅ जितेन्द्र सिंह बोले- सीमांत क्षेत्रों के मुद्दों को पूरा महत्व दे रही मोदी सरकार
प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डाॅ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार सीमा की सुरक्षा संभालने वाले सुरक्षाकर्मियों के साथ सीमा पर बसने वाले लोगों की मुश्किलों को दूर करने की दिशा में लगातार कर रही है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डाॅ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार सीमा की सुरक्षा संभालने वाले सुरक्षाकर्मियों के साथ सीमा पर बसने वाले लोगों की मुश्किलों को दूर करने की दिशा में लगातार कर रही है। डाॅ जितेंद्र सिंह मंगलवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी में अकादमिक कैंपस व सीमा सुरक्षा विषय पर आयोजित एक सेमिनार में विचार व्यक्त कर रहे थे।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सेमिनार में हिस्सा लेते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में मोदी सरकार ने सीमा मसले को गंभीरता से ले कर कार्रवाई शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा लेकिन यह दुखद है कि सीमा के हालात व सीमांत वासियों के मुद्दे यूनिवर्सिटी कैंपस में ज्यादा अहमियत नहीं रखते हैं। ना तो उन्हें पाठ्यक्रम में और ना ही उन्हें विवि परिसर में होने वाली चर्चाओं में ही ज्यादा अहमियत दी जाती है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिमी देशों में सीमांत मुद्दों को पाठ्यक्रम के साथ विश्वविद्यालय में महत्व दिया जाता है। वहां पर विद्यार्थी अपने जीवन का एक हिस्सा सेना में ट्रेनी या शोधकर्ता के रूप में बिताते हैं। डाॅ जितेन्द्र सिंह ने जोर दिया कि यहां पर भी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी सीमांत क्षेत्रों का दौरा कर वहां के हालात का जायजा लें। इससे उनमें देशभक्ति की भावना उत्पन्न होगी व यह भी पता चलेगा कि सीमा पर जवानों व लोगों को किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
जितेंद्र सिंह ने कहा कि अब सीमा की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले जवानों का हौसला बुलंद रहता है। इसके साथ सीमांत वासियों की सुरक्षा को भी पूरा महत्व मिल रहा है। सीमा पर लोगों को पाकिस्तान की गोलाबारी से बचाने के लिए जम्मू कश्मीर में निजी व सामुदायिक बनाए जा रहे हैं। लोगों व उनके मवेशियों की इंश्योरेंस करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे लोगो को नौकरियों व शिक्षा में 4 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है। इस दौरान जितेन्द्र सिंह ने सुझाव दिया कि कैंपस प्लेसमेंट में युवाओं की सुरक्षा बलों में भी उसी तरह से प्लेसमेंट होनी चाहिए जिस तरह से इंजीनियरिंग व आइटी सेक्टर में होती है।