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Jammu Kashmir : डोमिसाइल प्रमाणपत्र नियमों से विपक्षी दलों की राजनीति दांव पर

प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र ¨सह ने कहा है कि डोमिसाइल प्रमाणपत्र के लिए नियमों के बनने से आम लोग खुश हैं। जो नेता इसका विरोध कर रहे हैं उनके बच्चे नया कानून बनने से खुश हैं। विपक्षी दलों की वोट बैंक की राजनीति पर दांव लग गई है।

By Edited By: Published: Mon, 25 May 2020 08:14 AM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 08:15 AM (IST)
Jammu Kashmir : डोमिसाइल प्रमाणपत्र नियमों से  विपक्षी दलों की राजनीति दांव पर
Jammu Kashmir : डोमिसाइल प्रमाणपत्र नियमों से विपक्षी दलों की राजनीति दांव पर

जम्मू , राज्य ब्यूरो : प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र ¨सह ने कहा है कि डोमिसाइल प्रमाणपत्र के लिए नियमों के बनने से आम लोग खुश हैं। जो नेता इसका विरोध कर रहे हैं, उनके बच्चे नया कानून बनने से खुश हैं। विपक्षी दलों की वोट बैंक की राजनीति पर दांव लग गई है।

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डॉ. सिंह ने रविवार को कहा कि विपक्षी दल के नेता जनसांख्यिकीय स्वरूप का मुद्दा उठा रहे हैं, जो उनकी हताशा का प्रतीक है। जम्मू कश्मीर में सदी दर सदी कुछ परिवारों ने सत्ता पर अपना वर्चस्व बनाए रखा। कश्मीर केंद्रित दलों का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि ऐसे दल अपने मतदाताओं को मतदाता सूचियों में शामिल कर देते थे और विरोध करने वालों के नाम सूची से गायब हो जाते थे। उन्होंने जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया। सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में साजिश के तहत अन्य प्रदेशों के लोगों को यहां का नागरिक बनने से रोका जाता रहा है। वर्ष 1947 से जम्मू कश्मीर में बसे लोगों को यह कहकर नजरअंदाज किया जाता रहा है कि ये पश्चिमी पाकिस्तान के रिफ्यूजी हैं, लिहाजा उन्हें नागरिकता नहीं दी सकती है। अब जनसांख्यिकीय स्वरूप की बातें करने वाले वही लोग हैं, जो कश्मीर से कश्मीरी पंडितों को खदेड़ने की साजिश पर मूकदर्शक बने रहे।


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