Jammu Kashmir: गुणवत्ता वाली कौशल विकास की शिक्षा से रोजगार के साधन बढ़ेंगे
एम्परसैंड ने समग्र शिक्षा स्कूल शिक्षा विभाग के सहयोग से पांच दिवसीय आन लाइन ट्रेनिंग के जरिए एक सौ स्कूलों के अध्यापकों को साथ जोड़ा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव असगर सेमून ने कहा है कि गुणवत्ता वाली कौशल विकास की शिक्षा से रोजगार के साधन बढ़ेंगे। उद्योगों और उच्च शिक्षण व तकनीकी संस्थानों के बीच सहयोग जरूरी है। सेमून ने परामर्शदाता से मिलिए पर वेेबिनार सीरीज का उद्धाटन किया। इसका आयोजन सरकारी पालीटेक्निक कालेज की तरफ से किया जा रहा है।
पहले वेबिनार के लिए पहले ही दिन पालीटेक्निक कालेजों के 680 विद्यार्थियों ने पंजीकरण करवा लिया। इसका कार्यक्रम जल्द ही जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में ऐसे वेबिनार की जरूरत है जिससे हम घर बैठे ही विद्यार्थियों को अहम जानकारियां दे सके। परामर्शदाता विद्यार्थयिों को इंजीनियरिंग में सफल भविष्य बनाने बारे जानकारी देंगे। कौशल विकास विभाग के निदेशक सज्जाद हुसैन गनई ने कहा कि इस समय काेरोना से उपजे हालात के कारण शिक्षण संस्थान बंद हैं। विद्यार्थियों के चंहुमुखी विकास के लिए वेबिनार अहम है।
पालीटेक्निक कालेज जम्मू के प्रिंसिपल इंजीनियर अरूण बगोत्रा ने कहा कि सफल उद्यमी, इंजीनियर बनने के लिए विद्यार्थियों को विशेषज्ञों के परामर्श की जरूरत होती है। हम वेबिनार की सीरीज चलाने जा रहे है। परामर्श देने वाले विशेषज्ञों में अमेरिका से इंजीनियर जगदीप सिंह, ब्राजवीर सिंह, कुलदीप सिंह और अन्य शामिल होंगे। एयर फोर्स में विंग कमांडर अमित खुल्लर भी विद्यार्थियों से रूबरू होंगे।
जम्मू कश्मीर के 54 अध्यापकों को आन लाइन ट्रेनिंग दी गई
एम्परसैंड ग्रुप ने जम्मू कश्मीर के अध्यापकों को बचपन देखभाल शिक्षा पर आन लाइन ट्रेनिंग दी है। एम्परसैंड ने समग्र शिक्षा, स्कूल शिक्षा विभाग के सहयोग से पांच दिवसीय आन लाइन ट्रेनिंग के जरिए एक सौ स्कूलों के अध्यापकों को साथ जोड़ा। जम्मू संभाग के 10 जिलों और 44 जोन के 54 अध्यापकों के ग्रुप का ट्रेनिंग के लिए चयन किया गया था। यह बतााया गया कि बच्चों को शुरुआती दौर में किस तरह से शिक्षित किया जाना है। कुछ समय पहले ग्रुप ने कश्मीर के अध्यापकों के लिए भी इस तरह की ट्रेनिंग आयोजित की थी। कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव असगर सेमून ने कहा कि नई शिक्षा नीति ने मुख्यधारा की शिक्षा में पूर्व प्राथमिक शिक्षा लाने की मांग की है, ऐसे समय में आधुनिक शिक्षा के तरीकों के माध्यम से पूर्व-प्राथमिक शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
हमें उम्मीद है कि इस परियोजना से जम्मू के अध्यापकों को जम्मू कश्मीर में बच्चों की मदद करने के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग का लाभ मिलेगा। हम इसे धीरे-धीरे जम्मू कश्मीर के अन्य हिस्सों में ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि अध्यापक रोल मॉडल हैं और बच्चे उनका अनुसरण करेंगे और उनके जैसे बनेंगे। अध्यापकों की ट्रेनिंग के लिए एक मंच बनाने का विचार है। हमें हर साल 2000 अध्यापकों को ट्रेनिंग देनी होगी।