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Jammu Kashmir: डोगरा फ्रंट ने की मांग, ओलावृष्टि से हुए नुकसान का किसानों को मिले तुरंत मुआवजा

डोगरा फ्रंट शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने ढ़ीली नीतियों को लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि किसानों के साथ मजाक नही चलेगा। किसानों को प्रति कनाल पांच हजार रुपये का तुरंत मुआवजा चाहिए चाहे प्रशासन दे या बीमा कंपनियां।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 05:38 PM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 05:38 PM (IST)
Jammu Kashmir: डोगरा फ्रंट ने की मांग, ओलावृष्टि से हुए नुकसान का किसानों को मिले तुरंत मुआवजा
किसानों को मौके पर ही प्रति कनाल पांच हजार रुपये का मुआवजा मिलना चाहिए।

जम्मू, जागरण संवाददाता। हाल ही में ओलावृष्टि से तबाह हुई बासमती धान के मुआवजे को लेकर डोगरा फ्रंट शिव सेना ने बुधवार को प्रदर्शन किया और जमकर प्रशासन की निंदा की। कहा कि किसान कर्ज में आ गया है मगर मुआवजे की सटीक बात कहीं नही हो रही। किसानों को मौके पर ही प्रति कनाल पांच हजार रुपये का मुआवजा मिलना चाहिए। लेकिन प्रशासन कहीं हरकत में नजर नही आ रहा।

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कार्यकर्ताओं ने कहा कि ओलावृष्टि के कारण किसानों को सौ प्रतिशत का नुकसान हो चुका है। फसल बीमा का अग्रिम में प्रीमियम काटने वाली कंपनियां अब कहां गायब हो गई हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जैसे वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर बीमा कंपनियां तुरंत मुआवजा देती हैं, ऐसे किसानों को मुआवजा क्यों नही मिलता। डोगरा फ्रंट शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने ढ़ीली नीतियों को लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि किसानों के साथ मजाक नही चलेगा। किसानों को प्रति कनाल पांच हजार रुपये का तुरंत मुआवजा चाहिए, चाहे प्रशासन दे या बीमा कंपनियां।

इस मौके पर संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने कहा कि किसान का काम है खेत में मेहनत करना और देश के लिए अनाज तैयार करना। किसान अपनी पूरी मेहनत करता है और राष्ट्रीय अनाज उत्पादन को बढ़ता है। वह तो एक किस्म से देश की सेवा में लगा है। इन किसानों काे जरूरी साज सुविधा देना प्रशासन का काम है।

ऐसे में अगर किसानों पर मौसम की मार पड़ जाती है तो संभालना प्रशासन का काम है। ऐसे में अगर प्रशासन ढीला पड़ जाए तो किसानों को कौन सहारा देगा। गुप्ता ने उप-राज्यपाल से गुजारिश की कि किसानों को मौके पर ही मुआवजा दिया जाए ताकि किसान अगली फसल लगाने के काम में जुट सकें। 600-700 रुपये प्रति कनाल का मुआवजा देना किसानों को अपमान होगा। क्योंकि इससे किसानों का बीज का खर्च भी वापिस नही हो पाएगा। प्रदर्शन में अभिषेक, कीमती जट़ट, निर्मल कुमार,प्रेम, कालू, आशीष, नरेश , रामपाल आदि उपस्थित थे।


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