Jammu Kashmir: हवाई योद्धा की मां की मदद के लिए पहुंचे श्वेत योद्धा
उन्होंने बताया कि माता को दो साल से केथेटर ट्यूब लगा है। जब मार्च में वह उप जिला अस्पताल गए थे तो बीएमओ ने कहा था कि अगली बार आने से पहले फोन पर बात कर लेना।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन में हर कोई अपने स्तर से मदद के लिए आगे आ रहा है। ऐसे में भारतीय वायुसेना के हवाई योद्धा की बीमार मां को इलाज की जरूरत हुई तो जम्मू कश्मीर स्वास्थ्य विभाग के श्वेत योद्धा तुरंत मदद के लिए पहुंच गए। भारतीय वायुसेना के सेवानिवृत ग्रुप कैप्टन कमल सिंह उबेरह को मढ़ के गजनसू गांव में बीमार 85 वर्षीय अपनी माता सावित्री देवी को उप जिला अस्पताल पहुंचाना जरूरी था।
उन्होंने शुक्रवार को मढ़ के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) डॉ. हरबख्श सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने घर में ही इंतजार करने की सलाह दी। ग्रुप कैप्टन उस समय हैरान रह गए जब आधे घंटे के अंदर फार्मासिस्ट यश शर्मा नर्सिग स्टाफ की पूनम व मीनाक्षी के साथ उनके घर पहुंच गए। स्वास्थ्य विभाग के इन कर्मियों ने थोड़ी देर में ही सावित्री देवी की यूरिन पाइप को बदल दिया।
यूरिन पाइप न बदले जाने पर संक्रमण का खतरा बना रहता है। यह केथेटर ट्यूब ऐसे मरीजों को लगानी पड़ती है, जो खुद चल फिर नहीं सकते हैं। हर चौदह दिन में यह ट्यूब बदलना जरूरी है। ऐसे में ग्रुप कैप्टन स्वास्थ्य विभाग के इन कर्मियों के जोश के कायल हुए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का आभार जताया। पैरा जं¨पग के कई अंतराष्ट्रीय रिकार्ड बनाने ग्रुप कैप्टन कमल ¨सह ने जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर अपनी तैनाती के दौरान वक्त से पहले ही सेवानिवृति ले ली थी। गजनसू में रह रहे इस हवाई योद्धा ने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनकी परेशानी का समाधान सफेद कोट वाले योद्धा इतनी आसानी से कर देंगे।
उन्होंने बताया कि माता को दो साल से केथेटर ट्यूब लगा है। जब मार्च में वह उप जिला अस्पताल गए थे तो बीएमओ ने कहा था कि अगली बार आने से पहले फोन पर बात कर लेना। जब आज मैंने उनसे बात की तो उन्होंने अपनी टीम भेज दी। ग्रुप कैप्टन ने बताया कि इन चुनौतीपूर्ण हालत में डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ के जज्बे को वह सलाम करते हैं।