डॉक्टर ने गलती मानी, दोनों पक्षों में हुआ समझौता
संवाद सहयोगी रामगढ़ उप जिला सरकारी अस्पताल सीएचसी रामगढ़ में महिला मरीज व उसकी किशो
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : उप जिला सरकारी अस्पताल सीएचसी रामगढ़ में महिला मरीज व उसकी किशोरी बेटी के साथ डॉक्टर द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार का मामला दोनों पक्षों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद शांत हो गया। मंगलवार को मामले की जांच करने के लिए गठित कमेटी की मौजूदगी में दोनों पक्षों ने समझौता हो गया। डाक्टर ने भी भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने की बात कही।
गौरतलब है कि 22 जून को सीएचसी रामगढ़ में सर्जन डॉक्टर द्वारा महिला मरीज व उसकी किशोरी बेटी के साथ अभद्र व्यवहार करने का मामला सामने आया था। मामले की जांच के लिए पीड़ितों द्वारा उपराज्यपाल जम्मू के ग्रीवियंस सैल, सीएमओ कार्यालय सांबा, बीएमओ रामगढ़ को लिखित शिकायत दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजिद्र संयाल द्वारा डिप्टी सीएमओ डॉ. संजय शर्मा, डॉ. अंजू सर्राफ को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा। मंगलवार को जांच टीम के सदस्यों ने सीएचसी रामगढ़ पहुंच कर दोनों पक्षों की दलीलें सुनी। बीएमओ डॉ. पलविदर सिंह की मौजूदगी में जांच टीम ने कार्रवाई को अंतिम रूप दिया। जिस सर्जन डॉक्टर पर महिला मरीज व उसकी किशोरी बेटी के साथ अभद्र व्यवहार के आरोप लगे थे, उसने अपनी गलती मानी और समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। शिकायतकर्ता ने भी डॉक्टर के माफीनामे पर संतोष जताते हुए शिकायत वापस लेने की पेशकश की। मामले की जांच करने पहुंचे डिप्टी सीएमओ डॉ. संजय शर्मा ने कहा कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। इसी के साथ मामले का पटाक्षेप हो गया है।