जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों का कार्यकाल बढ़ा
कमेटियों का पांच साल का कार्यकाल आठ जुलाई 2020 को समाप्त हो गया था। इसके साथ ही सिख संगठनों व कमेटियों के सदस्यों के बीच मतभेद उभर कर सामने आ गए।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : उपराज्यपाल प्रशासन ने जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों का कार्यकाल अगले आदेश तक बढ़ा दिया है। कमेटियों का पांच साल का कार्यकाल आठ जुलाई 2020 को समाप्त हो गया था। इसके साथ ही सिख संगठनों व कमेटियों के सदस्यों के बीच मतभेद उभर कर सामने आ गए।
इस समय कोरोना संक्रमण के कारण चुनाव संभव नहीं है। इसलिए चुनाव को लेकर कमेटी के सदस्यों और विभिन्न संगठनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। समय पर ऑडिट न करवाए जाने के गंभीर आरोप भी लगाए जा रहे हैं। कमेटियों के चुनाव करवाने के साथ ही गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड का चुनाव करवाने और गुरुद्वारा एक्ट 1972 में संशोधन की मांग भी उठ गई है। कमेटियों के कई सदस्यों व गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड जम्मू कश्मीर के प्रधान टीएस वजीर ने कोरोना संक्रमण से उपजे हालात को देखते हुए कमेटियों को विस्तार देने की मांग की। कुछ सदस्यों ने कहा कि यह गुरुद्वारा एक्ट 1972 के नियमों का उल्लंघन है। इसलिए प्रशासन की तरफ से एडहाक कमेटियों का गठन किया जाए।
जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व सचिव एचएस रैना ने कहा कि कमेटियों का कार्यकाल नहीं बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह हैरानी की बात है कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के प्रधान गोविद सिंह लौंगोवाल से कमेटियों के विस्तार का पत्र उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के नाम हासिल कर लिया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को सच्चाई जाने बिना सिफारिश नहीं करनी चाहिए थी। हमारी मांग है कि एडहाक कमेटियों का गठन किया जाए, जो कामकाज को सुचारु रूप से चलाए। हालात समान्य नहीं होने तक चुनाव नहीं होंगे : टीएस वजीर
जम्मू कश्मीर गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड के प्रधान टीएस वजीर ने जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों का कार्यकाल बढ़ाने जाने पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान मनजिद्र सिंह सिरसा का आभार जताया है। वजीर ने कहा कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के चुनाव तब तक नहीं होंगे जब तक कोरोना से उपजे हालात समान्य नहीं हो जाते हैं। इतने समय तक पुरानी चुनी हुई कमेटियां ही काम करेंगी। मैंने सभी जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों से नियमित तौर पर ऑडिट करने के लिए कहा है।