रंगमंच एक महान शिक्षक है, रंगमंच से सीखा हुआ व्यक्ति कभी नहीं भूलता: गोविंद नामदेव
गोविंद नामदेव ने कहा कि रंगमंच परिवर्तन मानवता एक बेहतर दुनिया की बात करता है। उन्हीं गुणों को रंगमंच के चिकित्सकों द्वारा आत्मसात किया जाता है।अगर रंगमंच को स्कूलों और कॉलेजों में एक विषय के रूप में पेश किया जाता है तो यह निश्चित रूप से समाज को बेहतर बनाएगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता : नटरंग के अंतरराष्ट्रीय टॉक शो के 35वें दिन फेसबुक पेज लाइव पर प्रतिष्ठित थियेटर, फिल्म और टेलीविजन अभिनेता निर्देशक और वरिष्ठ एनएसडी स्नातक गोविंद नामदेव ने रंगमंच पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करते हुए कहा कि रंगमंच एक महान शिक्षक है। रंगमंच से सीखा हुआ व्यक्ति कभी नहीं भूलता। उसमें हर समय नया सीखने देखने की ललक पैदा होती है। जो उसकी सृजनात्मक सोच को मजबूत करती है।रंगमंच उन लोगों के लिए एक महान शिक्षक है जो इसके लिए काम करते हैं।उन्होंने आत्म-विश्लेषण करना शुरू कर दिया कि उन्होंने थिएटर से कितना सीखा है।उन्हें एहसास हो सकता है कि थिएटर उनके लिए एक महान शिक्षक और उनके बदलते गुणों के साथ, इसने उन्हें वर्षों में एक अलग व्यक्ति बना दिया है।
रंगमंच के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि रंगमंच परिवर्तन, मानवता, एक बेहतर दुनिया की बात करता है और उन्हीं गुणों को रंगमंच के चिकित्सकों द्वारा आत्मसात किया जाता है। इस प्रकार, गोविंद का मानना है कि अगर रंगमंच को स्कूलों और कॉलेजों में एक विषय के रूप में पेश किया जाता है, तो यह निश्चित रूप से समाज को बेहतर बना देगा। एनएसडी रिपर्टरी में बिताए अपने 11 साल के समय को उन्होंने अपने जीवन का सुनहरा समय बताया। उस दौरान दुनिया के प्रख्यात निर्देशकों के अधीन काम किया और बहुत कुछ सीखा।
अपने स्वागत भाषण में नटरंग के निदेशक पद्मश्री बलवंत ठाकुर ने कहा कि इस टॉक शो को दुनिया भर के रंगकर्मी एवं कला प्रेमी पसंद कर रहे हैं। उन्हें हर नाट्य निर्देशक, रंगकर्मी से हर दिन कुछ नया सीखने को मिल रहा है।
गोविंद नामदेव का परिचय देते हुए, नटरंग के वरिष्ठ कलाकार नीरज कांत ने बताया कि गोविंद नामदेव राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से वरिष्ठ स्नातक हैं। जिन्होंने फिल्म एवं टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे से अभिनय का कोर्स भी किया है। उन्हें पेशेवर अभिनेता के रूप में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा रिपर्टरी ‘द नेशनल रिपर्टरी ऑफ इंडिया’ के साथ 11 साल का अनुभव है। उन्होंने कई उल्लेखनीय नाटक किए हैं। जो दुनिया भर में दिखाए गए थे।उनके पास 120 से अधिक बॉलीवुड मुख्यधारा की फिल्मों में अभिनय करने का श्रेय है। जिनमें से कई बड़ी ब्लॉकबस्टर व्यावसायिक फिल्में और सार्थक सिनेमा के साथ-साथ शेखर कपूर, गोविंद निहलानी, करीम त्रिदिया, गोल्डन ग्लोब नामांकित डच निर्देशक जैसे विश्व प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं के साथ हैं।प्रियदर्शन, श्रीराम राघवन, प्रभु देवा और भी कई।
इस मेगा ऑनलाइन कार्यक्रम का समन्वय करने वालों में अनिल टिकू, नीरज कांत, सुरेश कुमार, संजीव गुप्ता, विक्रांत शर्मा, सुमीत शर्मा, आरुषि ठाकुर राणा, मो. यासीन, गौरी ठाकुर, राहुल सिंह और पंकुश वर्मा शामिल हैं।