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डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा प्रीपेड मोबाइल शुरू होने से आतंकविरोधी अभियानों में तेजी आएगी

पिछले साल किश्तवाड़ में नौ आतंकवादी थे लेकिन पिछले साल बटोट में उनमें से तीन को ढेर कर दिया गया जबकि दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। अब ये संख्या घटकर तीन हो गई है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 26 Jan 2020 01:02 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jan 2020 01:14 PM (IST)
डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा प्रीपेड मोबाइल शुरू होने से आतंकविरोधी अभियानों में तेजी आएगी
डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा प्रीपेड मोबाइल शुरू होने से आतंकविरोधी अभियानों में तेजी आएगी

जम्मू, जेएनएन। घाटी में प्रीपेड मोबाइल सेवा बंद होने की वजह से कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा। अब जबकि प्रीपेड सेवाओं को बहाल कर दिया गया है ताे इन अभियानों में एक बार फिर तेजी आएगी। यह बात जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस को लगता है कि अब लोग अपने क्षेत्रों में आतंकवादी देखे जाने के बाद तुरंत पुलिस व सुरक्षाबलों को सूचित कर पाएंगे।

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उन्होंने कहा कि पिछले साल पांच अगस्त से मोबाइल सेवा बंद कर देने से घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ अभियानों में काफी कमी आई। लोग जब अपने इलाकों में आतंकवादियों को देखते थे, तो वे समय पर पुलिस व सुरक्षाबलों को सूचित नहीं कर पाते थे। जब तक सूचना सुरक्षाबलों तक पहुंचती आतंकी वहां से फरार हो जाते। परंतु अब ये सेवा फिर से शुरू होने से सुरक्षाबलों को भी इसका लाभ मिलेगा। कश्मीर में अशांति फैला रहे आतंकवादियों का जल्द सफाया करने में यह सेवा सहायक साबित होगी। शांतिप्रिय घाटी के लोग इस सेवा के जरिए एक बार फिर सुरक्षाबलों से जुड़ चुके हैं। सुरक्षाबलों का सूचना तंत्र मजबूत हो गया है।

प्रीपेड फोन सेवाओं की बहाली से जनता को भी राहत मिली है। इससे उन्हें अपने कारोबार में भी मदद मिलेगी। डोडा जिले के दौरे पर पहुंचे डीजीपी दिलबाग सिंह से जब पत्रकारों ने जिले में आतंकवादियों की उपस्थिति के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि पिछले साल किश्तवाड़ में नौ आतंकवादी थे, लेकिन पिछले साल बटोट में उनमें से तीन को ढेर कर दिया गया जबकि दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। अब ये संख्या घटकर तीन हो गई है। वहीं डोडा की बात करें तो हाल ही में सुरक्षाबलों ने मोस्टवांटेड आतंकवादी हारून को मार गिराया था। अब डोडा जिले में केवल एक कश्मीरी आतंकवादी सक्रिय है।

सनद रहे कि करीब पांच महीने बाद गत शनिवार की सुबह जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पूरे राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया था। हालांकि आज 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के जश्न में किसी तरह की खलल ने पड़े, को देखते हुए एहतियात इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाइ गइ थी। हालांकि दोपहर बाद यह सेवा फिर बहाल कर दी गइ। गत शनिवार को जम्मू कश्मीर के सभी 20 जिलों में प्रतिबंधों के साथ 2जी इंटरनेट सेवा बहाल कर दिया गया है।


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