Navratri 2020: नवरात्र में मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं को मिल सकती है घोड़ा, पिट्ठू व पालकी की सुविधा
Navratri 2020 नवरात्र में मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं को कटड़ा से अर्द्धकुंवारी तक घोड़ा पिट्ठू और पालकी की सुविधा मिल सकती है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारी इस मसले पर मंथन कर रहे हैं।
कटड़ा, राकेश शर्मा। नवरात्र में मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं को बड़ी सुविधाएं मिलने की उम्मीद है। उन्हें कटड़ा से अर्द्धकुंवारी तक घोड़ा, पिट्ठू और पालकी की सुविधा मिल सकती है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारी इस पर मंथन कर रहे हैं। प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं में लगा दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं का कोटा भी हटाया जा सकता है। ऐसा होने पर दूसरे राज्यों के कितने भी श्रद्धालु यात्रा पर जा सकेंगे, लेकिन प्रतिदिन निर्धारित कुल संख्या से अधिक नहीं होंगे। नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं। अनलॉक-पांच में वैष्णो देवी की यात्रा पर प्रतिदिन जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाकर सात हजार कर दी गई है। सूत्रों ने बताया कि प्रदेश प्रशासन ने नवरात्र में दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में फैसला श्राइन बोर्ड पर सौंप दिया है।
सूत्रों ने बताया कि श्राइन बोर्ड दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं का कोटा खत्म कर सकता है। ऐसा होने पर प्रतिदिन दर्शन करने वाले दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं की अलग से संख्या तय नहीं होगी। जो भी पहले आएगा, उसे यात्रा पर भेज दिया जाएगा। चाहे सभी श्रद्धालु दूसरे राज्य के ही क्यों न हो जाएं। हालांकि, इस पर अभी मंथन किया जा रहा है। अभी तक दूसरे राज्यों के पांच सौ श्रद्धालु ही यात्रा पर जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, श्राइन बोर्ड पहले चरण में कटड़ा से अर्द्धकुंवारी के बीच करीब 500 घोड़ा चालकों, 500 पिट्ठू और तकरीबन 85 पालकी वालों को सेवाएं उपलब्ध कराने की अनुमति दे सकता है। वर्तमान में भवन मार्ग पर करीब 4500 घोड़ा चालक, 5000 पिट्ठू वाले और तकरीबन सौ पालकी वाले हैं। इन सेवाओं को शुरू करने से पहले बाणगंगा क्षेत्र में बने चेतक भवन में सभी श्रमिकों की कोरोना जांच होगी। घोड़ों की भी जांच होगी।
यात्रा मार्ग पर भी खुल सकती हैं दुकानें
सूत्रों की मानें तो नवरात्र में भवन और सभी यात्रा मार्गो पर दुकानों के साथ ही आउटलेट आदि की भी सुविधा मिल सकती है। इस संबंध में श्राइन बोर्ड और दुकानदारों व आउटलेट्स कंपनियों के साथ बातचीत हो रही है। हालांकि, श्राइन बोर्ड ने अभी सांझी छत और ताराकोट मार्ग पर निशुल्क लंगर लगा रखा है।