Jammu Kashmir: रक्षामंत्री ने सुरक्षाबलों से कहा- कश्मीर से बचे-खुचे आतंकवादी भी खत्म करें, उसे फिर से स्वर्ग बनाना है
प्रदेश सरकार की ओर से बैठक में राजनाथ सिंह को श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों पर के बारे में विस्तार से बताया गया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर आए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर में बचे खुचे आतंंकियों के सफाए पर जोर देते हुए कहा कि हमें कश्मीर को शांति, सद्भाव, समृद्धि और शिक्षा का केंद्र बनाते हुए इस एक बार फिर धरती पर स्वर्ग बनाना है। रक्षा मंत्री ने सुरक्षा अधिकारियों को घुसपैठ के सभी रास्तों को पूरी तरह बंद करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित घुसपैठरोधी सेंसर, थर्मल इमेजर इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं को विकासात्मक गतिविधियों में शामिल करने और कोविड-19 से पैदा हुए हालात में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को पूरा सहयोग करने के लिए कहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के समूल नाश और एलओसी व अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दुश्मन के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए सतर्कता, सूचना, समन्वय, सौहार्द और संहार की रणनीति के तहत काम करने पर जोर दिया। उन्होंने श्री अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा कवच की निरंतर समीक्षा कर उसे और बेहतर बनाने के लिए कहा। उन्होंने यह निर्देश चिनार कोर मुख्यालय में उच्चस्तरीय बैठक में राज्य के समग्र सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लेते हुए दिए। बैठक में उपराज्यपाल जीसी मुर्मू भी मौजूद थे। रक्षा मंत्री दोपहर को लेह का दौरा कर श्रीनगर पहुंचे थे। उनके साथ सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत, थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने और सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख जनरल वाईके जोशी भी थे।
श्रीनगर टेक्निकल एयरपोर्ट पर एक विशेष विमान से उतरने के बाद वह हेलीकाप्टर से बादामी बाग स्थित चिनार कोर मुख्यालय पहुंचे। चिनार कोर मुख्यालय में उन्होंने सभी वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के साथ कश्मीर घाटी के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य पर एक बैठक की। चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने उन्हें एलओसी की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया और सेना की आपरेशनल तैयारियों की जानकारी दी। सैन्य कमांडरों के साथ बैठक के बाद उन्होंने उपराज्यपाल की मौजूदगी में प्रदेश के समग्र सुरक्षा परिदृश्य, आतंकरोधी अभियानों और अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा बैठक की। इस बैठक में सभी वरिष्ठ सैन्य कमांडर, प्रदेश के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, पुलिस महानिदेशक दिलबाग ङ्क्षसह, विशेष महानिदेशक सीआरपीएफ जम्मू कश्मीर जुल्फिकार हसन मौजूद थे।
अमरनाथ यात्रा पर फैसला हो सकता एक-दो दिन में: प्रदेश सरकार की ओर से बैठक में राजनाथ सिंह को श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों पर के बारे में विस्तार से बताया गया। यह भी बताया गया कि परिस्थितियों के आधार पर यात्रा को शुरू करने के लिए अगले एक-दो दिन में अंतिम फैसला लिया जा सकता है।
कश्मीर में सियासी नेताओं की सुरक्षा का मुद्दा उठा: बताया जाता है कि रक्षा मंत्री ने श्रीनगरमें हई बैठक में कश्मीर में मुख्यधारा के सियासी नेताओं की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे का भी जिक्र किया। साथ इस दिशा में जल्द उचित कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने सफल आतंकरोधी अभियानों के लिए सेना, पुलिस, सीआरपीएफ समेत सभी सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों व जवानों की सराहना की। आतंकी भर्ती और कोविड-19 का संक्रमण रोकने पर भी चर्चा की गई।
हर चुनौती के लिए तैयार: राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य पर संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में हालात को पूरी तरह सामान्य बनाने और आतंकवाद के समूल नाश के लिए हमें आम लोगों के प्रति सौहार्द और सहयोग का परिचय देना है।