Jammu Kashmir : सेना के शाैर्य दिवस में शामिल होने बड़गाम पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
जम्मू और कश्मीर को पाकिस्तानी हमलावरों से बचाने के लिए 27 अक्टूबर 1947 को भारतीय सेना ने बड़गाम हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था। यह स्वतंत्र भारत का पहला सैन्य अभियान था। इसे हर साल इन्फैंट्री डे के तौर पर मनाया जाता है।
जम्मू, जेएनएन : केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय सेना द्वारा आयोजित 'शौर्य दिवस' कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बडगाम पहुंचे गए हैं। उनके साथ कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद हैं। रक्षा मंत्री ओल्ड एयरफील्ड पर उतरे, जहां से वह इन्फैंट्री डे की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सेना द्वारा आयोजित शौर्य दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने से पहले देश की रक्षा में बलिदान हुए जवानों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
सैन्य अधिकारियों ने रक्षा मंत्री व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को बताया कि जम्मू और कश्मीर को पाकिस्तानी हमलावरों से बचाने के लिए 27 अक्टूबर, 1947 को भारतीय सेना ने बड़गाम हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था। यह स्वतंत्र भारत का पहला सैन्य अभियान था। इसे हर साल इन्फैंट्री डे के तौर पर मनाया जाता है। 26 अक्टूबर, 1947 को जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन महाराजा हरि सिंह और भारत संघ के बीच विलय समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद ही भारतीय सेना यहां उतरी थी।
आपको बता दें कि कार्यक्रम में भाग लेने के बाद रक्षा मंत्री लद्दाख के लिए रवाना हो जाएंगे, जहां वह कुछ परियोजनाओं का खुद उद्घाटन करेंगे तो कुछ का आनलाइन। इस मौके पर सीमा सड़क संगठन के स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। सभी परियोजनाएं हाल ही में पूरी हुई हैं।
J&K | Defence Minister Rajnath Singh arrives in Budgam to attend the ‘Shaurya Diwas’ programme organised by the Indian Army.
Lt Governor Manoj Sinha also present at the programme. pic.twitter.com/yPWYFMhLhm— ANI (@ANI) October 27, 2022
केंद्रीय रक्षा मंत्री शुक्रवार को देशभर की 75 विकास परियोजनाओं को समर्पित करेंगे। इनमें जम्मू कश्मीर व लद्दाख में 34 सड़कें और पुल की परियोजनाएं भी शामिल हैं। राजनाथ सिंह परियोजनाओं का लद्दाख से शुभारंभ करेंगे। लद्दाख में रक्षा मंत्री दो हेलीपैड का उद्घाटन भी करेंगे। दोनों हेलीपैडों का सामरिक महत्व बहुत अधिक है। यह हमारे रक्षा तंत्र को और मजबूत करेंगे। इन हेलीपैडों में हनले और ठाकुंग हेलीपैड शामिल हैं।
हनले हेलीपैड का है विशाल रणनीतिक महत्व : नेट कार्बन न्यूट्रल हैबिटेट लद्दाख के हनले क्षेत्र में उपयोग के लिए समर्पित किया जाएगा, जो लद्दाख यूटी को पहला कार्बन न्यूट्रल यूटी बनाने के लिए सरकार के दृष्टिकोण का हिस्सा है। सीमा सड़क संगठन ने पहली बार ऐसा किया है। नेट कार्बन न्यूट्रल हैबिटेट के निर्माण के लिए परियोजना जो हनले में समुद्र तल से 14 हजार फीट ऊपर कठिन आवास स्थितियों के तहत काम करने वाले बीआरओ की जनशक्ति के लिए बनाई जा रही है। यह पूरी तरह से पवन और सौर ऊर्जा से संचालित होगी। इसी हनले हेलीपैड का विशाल रणनीतिक महत्व है, जिसका निर्माण लद्दाख यूटी के हनले फोटिले रोड पर किया है। हनले हेलीपैड वायुसेना के साथ-साथ सैनिकों की परिचालन पहुंच को बढ़ाएगा।
कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का ई-उद्घाटन भी करेंगे : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का ई-उद्घाटन करेंगे जिनमें कई पुल और सड़कें शामिल हैं। पुलों में बाग नाला, बनचक नाला, सूक्तोह, जंत्रिया, कोनियाली , कोनियाली टू, चिनाब बड़ी नाला, जितरेह नाला, डींग, मित्तलगढ़, चल्ला नाला और पक्का कोठा शामिल हैं। सीमा सड़क संगठन द्वारा निर्मित सड़कों का उद्घाटन किया जाएगा जिनमें पौनी-कलाकोट राजौरी, राजौरी कंडी-बुधल, खेत साब्जियां, सतवारी मंडल मकवाल, उरी संतरा माइक, नंद सिंह रुस्तम यूके और हजीबल जमींदार गली मचाल शामिल हैं।
राजौरी-पुंछ में भी पांच परियोजनाओं का ई-उद्घाटन करेंगे : राजौरी और पुंछ में रक्षा मंत्री पांच परियोजनाओं का ई-उद्घाटन करेंगे जिनमें राजौरी में गंभीर नाले पर सुकतोह पुल, राजौरी की नौशहरा तहसील में डींग पुल, राजौरी कलाकोट पौनी रोड, राजौरी कोटरांका बुधल रोड जबकि पुंछ जिले की साब्जियां खेत रोड शामिल हैं। राजौरी में उद्घाटन की जाने वाली इन परियोजनाओं के स्थलों पर विशेष उद्घाटन प्लेट भी लगाई गई हैं।