Defamation Case 2004: अवमानना मामले में महबूबा और सागर में समझौता
सागर की तरफ से एडवोकेट शब्बीर अहमद खान और रफीक अहम पेश हुए जबकि महबूबा की तरफ से जावेद रेशी पेश हुए। एडवोकेट शब्बीर अहमद के अनुसार दोनों नेताओं ने आपस में समझौता करने का फैसला किया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन का हिस्सा बनने के बाद पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता अली मोहम्मद सागर ने अवमानना के एक मामले में समझौता कर लिया है। दोनों ने चीफ जूडिशियल मजिस्ट्रेट श्रीनगर के समक्ष आवेदन कर मामले को खारिज करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि दोनों को एक-दूसरे के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है।
वर्ष 2004 में नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता अली मोहम्मद सागर ने महबूबा मुफ्ती के खिलाफ अवमानना का मामला दर्ज करवाया था। तब लोकसभा चुनाव में सागर, पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुुल्ला के मुख्य पोङ्क्षलग एजेंट थे। महबूबा द्वारा चुनाव में धांधली का आरोप लगाने पर सागर ने उनके खिलाफ अवमानना का मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद महबूबा ने उच्च न्यायालय में गुहार लगाई थी कि ट्रायल कोर्ट में मामले को खारिज किया जाए।
उच्च न्यायालय ने पीडीपी नेता महबूबा की याचिका को नामंजूर करते हएु ट्रायल कोर्ट से कार्रवाई जारी रखने के लिए कहा था। अब महबूबा और सागर के वकीलों ने चीफ जूडिशियल मजिस्ट्रेट श्रीनगर के पास संयुक्त आवेदन कर मामले को खारिज करने की अपील की है।
सागर की तरफ से एडवोकेट शब्बीर अहमद खान और रफीक अहम पेश हुए जबकि महबूबा की तरफ से जावेद रेशी पेश हुए। एडवोकेट शब्बीर अहमद के अनुसार दोनों नेताओं ने आपस में समझौता करने का फैसला किया है।