श्रीनगर में अमरनाथ श्राइन बोर्ड को 25 कनाल जमीन लीज पर देने का फैसला, यात्री निवास का होगा निर्माण
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की सरकार ने श्रीनगर में अमरनाथ श्राइन बोर्ड को 25 कनाल (तीन एकड़) से अधिक जमीन लीज पर देने का फैसला लिया है। सरकार के आदेश के अनुसार 10 रूपये प्रति कनाल वार्षिक किराया देना होगा।
जम्मू, जेएनएन। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की सरकार ने श्रीनगर में अमरनाथ श्राइन बोर्ड को 25 कनाल (तीन एकड़) से अधिक जमीन लीज पर देने का फैसला लिया है। सरकार के आदेश के अनुसार, 10 रूपये प्रति कनाल वार्षिक किराया देना होगा। श्राइन बोर्ड श्रीनगर में मिलने वाली 25 कनाल भूमि पर यात्री निवास का निर्माण करेगा।
सरकार के प्रमुख सचिव शालीन काबरा की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उन्होंने प्रशासनिक परिषद की गत 14 अगस्त 2021 को आयोजित बैठक का हवाला दिया कि सरकार की ओर से श्रीनगर जिला के पंथाचौक गांव में श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड को 25 कनाल भूमि 40 वर्ष के लिए लीज पर देने का फैसला लिया है। इस जमीन पर अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड द्वारा यात्री निवास और कार्यालय का निर्माण किया जाएगा।
श्री अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गत 6 अगस्त को श्रीनगर के पंथा चौक पर श्री अमरनाथ श्राईन बोर्ड के कार्यालय और यात्री निवास का नींव पत्थर रखा था। नई इमारत 25 कनाल भूमि पर बनाई जाएगी और 18 महीनों में बन कर तैयार हो जाएगी। यात्री निवास में 3000 श्रद्धालुओं को ठहराने की सुविधा होगी। यात्री निवास बनाने का मकसद देश के विभिन्न हिस्सों से बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना है।
यात्री निवास में यह होंगी सुविधाएं
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाए जाने वाले इस यात्री निवास में सूचना केंद्र होगा। इसका काम यात्रियों को यात्रा से संबंधित जानकारी देना होगा। बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए हर साल लाखों यात्री आते हैं, जिनकी यात्रा को यादगार बनाने के लिए ढांचागत सुविधाएं दी जाएंगी।
देशभर से हर वर्ष बाबा अमरनाथ की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में यात्री निवास बनाएंगे। जम्मू में बड़ा यात्री निवास और स्थायी कार्यालय बनाया जाएगा। रामबन के चंद्रकोट में 3200 यात्रियों को ठहराने के लिए यात्री निवास बनाया जाएगा। प्रदेश में अमरनाथ श्रद्धालुओं के लिए सेवाओं में विस्तार होने से इसका सीधा-सीधा असर प्रदेश की अर्थ व्यवस्था पर भी पड़ेगा। श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा तक रोपवे बनाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।