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जिस शव की पहचान के लिए पुलिस दूसरे राज्यों में भटकती रही वह जानीपुर के युवक का निकला

परिजनों ने बताया कि वह राहुल की शादी करने के लिए लड़की देख रहे थे। वह पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसके पिता हलवाई हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 02:07 PM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 02:07 PM (IST)
जिस शव की पहचान के लिए पुलिस दूसरे राज्यों में भटकती रही वह जानीपुर के युवक का निकला
जिस शव की पहचान के लिए पुलिस दूसरे राज्यों में भटकती रही वह जानीपुर के युवक का निकला

जम्मू, जागरण संवाददाता। आखिरकार पुलिस ने मांडा के नजदीक झाड़ियों से लकड़ी के बक्से से मिले शव की पहचान ढूंढ निकाली। युवक के हुलिए को देखते हुए पुलिस उसकी पहचान के लिए दूसरे राज्यों में भटक रही थी, वह जानीपुर का ही निकला। युवक की पहचान 29 वर्षीय राहुल कुमार पुत्र हर दयाल कुमार निवासी मेन स्टाप, जानीपुर के रूप में हुई है।

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हैरत की बात यह है कि परिजनों ने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट शहर के ही बख्शी नगर थाने में दर्ज करा रखी थी। उसके बावजूद पुलिस को शव की पहचान करने के लिए तीन दिन का समय लग गया। समाचार पत्र में शव मिलने की खबर छपने के बाद परिजनों ने जीएमसी अस्पताल पहुंच कर राहुल की पहचान की। राहुल शक्ति नगर के एक मॉल में सेल्स मैन था। वह घर से 16 नवंबर को काम के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं आया। परिजनों ने बख्शी नगर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। अब पक्का डंगा पुलिस हत्या की जांच में जुट गई है।

लापता होने के बाद से ही परिजन कर रहे थे तलाश

शव की शिनाख्त करने अस्पताल पहुंचे राहुल के पिता हरदयाल कुमार और जीजा सन्नी कुमार ने बताया कि लापता होने के बाद से ही वे राहुल की तलाश कर रहे थे। सोमवार शाम को राहुल के चाचा उनके घर आए। परिजनों को बताया कि समाचार पत्रों में उन्होंने मांडा नाके से अज्ञात शव बरामद होने की खबर पढ़ी है। इसके बाद परिजन अस्पताल पहुंचे। कपड़ों, जूते व अन्य सामान से राहुल की पहचान कर ली। डॉक्टरों के बोर्ड से पुलिस ने एक बार फिर शव का पोस्टमार्टम करवाया। इस दौरान मजिस्ट्रेट भी वहां मौजूद रहे। परिजनों ने बताया कि वह राहुल की शादी करने के लिए लड़की देख रहे थे। वह पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसके पिता हलवाई हैं।

मेरे बेटे को मिले इंसाफ : राहुल के पिता हरदयाल कुमार का कहना है कि उनके बेटे के हत्यारों को शीघ्र पकड़ा जाए। हत्यारों के पकड़े जाने से उनके बेटे को इंसाफ मिलेगा। राहुल घर से काम पर और काम से लौट आता था। राहुल की मौत से उन्हें गहरा सदमा लगा है।

कॉल डिटेल से मिलेगा सुराग : एसएचओ पक्काडंगा सुनील शर्मा ने बताया कि राहुल के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से पुलिस को अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। लापता होने से पूर्व राहुल किसके संपर्क में था। अंतिम बार उसका मोबाइल फोन कहां बंद हुआ था। किस-किसने उसे फोन किए थे, इसका पता चलेगा। राहुल के जिस दोस्त से भी पूछताछ की जाएगी।

दो महीने पहले दोस्त योगेश से हुआ था राहुल का झगड़ा

राहुल के जीजा सन्नी कुमार ने बताया कि करीब दो माह पूर्व किसी बात को लेकर राहुल का उसके दोस्त योगेश के साथ झगड़ा हुआ था। योगेश ने उसकी शिकायत थाने में भी की थी। परिजनों ने बीच-बचाव कर दोनों में समझौता करवा दिया था। कुछ समय तक राहुल और योगेश में बातचीत बंद थी। कुछ दिन पूर्व योगेश ने फिर राहुल को फोन करना और उसके घर पर आना शुरू कर दिया था। पुलिस यदि गहनता से मामले की जांच करे तो मामला हल हो सकता है।


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