11 माह पहले लापता युवक की डीएनए से हुई पहचान
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : गांव प्रेमा चक से 11 माह पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए य
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा :
गांव प्रेमा चक से 11 माह पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए युवक के अवशेष जब डोडा पुलिस ने उसके घरवालों को सौंपे तो गांव में तनाव पैदा हो गया। ग्रामीणों ने शुक्रवार को गांव रठाना के मुख्य चौक में अवशेष सड़क पर रख धरना दिया।
धरने पर बैठे लोगों का आरोप था कि गत वर्ष 2 अगस्त को आरएसपुरा कस्बे से तीस वर्षीय भगवान ¨सह लापता हो गया था। भगवान ठेकेदार था। पिता बनारसी दास का आरोप है कि उनके बेटे की साजिश के तहत हत्या की गई है क्योंकि मनरेगा के तहत मिलने वाले ठेकेदारी में रिश्वत का खेल चल रहा था। भगवान ने जब रिश्वत देने से मना किया तो उसकी हत्या करवा दी गई। पिता ने बेटे की हत्या के लिए स्थानीय भाजपा विधायक गगन भगत को दोषी ठहराया है। उधर विधायक गगन भगत ने इन आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज किया है और छानबीन कर रही है। जो सच होगा वो सामने आ जाएगा। वहीं, युवक का शव पहाड़ी क्षेत्र डोडा के जंगलों से मिलना रहस्य बना हुआ है। वह डोडा कैसे पहुंचा, क्योंकि उसकी यहां रिश्तेदारी भी नहीं है। इतना ही नहीं, पुलिस ने उसका शव डोडा जंगलों से चार माह बाद गत नंवबर माह में बरामद किया था। हालांकि तब शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद 72 घंटे तक इंतजार करने के बाद शव को दफना दिया। इसके बाद फाइल बंद कर दी गई। बाद में पुलिस को मृतक के पास से मिले मोबाइल से बड़ी लीड मिली। हालांकि मोबाइल से सिम निकला हुआ था। पुलिस ने मोबाइल के ईएमआई नंबर खंगाला तो पता चला कि भगवान ¨सह ने किस नंबर की सिम इस्तेमाल की । सिम का नंबर ट्रेस हो जाने के बाद डोडा पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी। जांच में पाया गया कि युवक की आखिरी बातचीत चिनैनी में किसी से हुई और उसके बाद मोबाइल बंद हो गया। पुलिस की जांच और बढ़ी तो पता चला कि युवक ने आरएसपुरा इलाके में सबसे ज्यादा बातचीत की है। डोडा पुलिस ने आरएसपुरा पुलिस स्टेशन में लापता युवक की गुमशुदगी की दायर रिपोर्ट खंगाली और मृतक के परिजनों तक पहुंच गई। हालांकि शव की पहचान करना मुश्किल था। पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मंजूरी से शव को डोडा जंगलों से खुदवाकर बाहर निकाला और डीएनए करवाया। जब डीएनए रिपोर्ट आई तो पता चला कि शव भगवान ¨सह का है। डोडा पुलिस ने शव के अवशेष उसके परिजनों को सौंप दिए। बेशक पुलिस ने युवक की पहचान तो कर ली लेकिन अभी भी उसके संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो जाने के राज से पर्दा नहीं उठ पाया है।
एसडीएम ने दिलाया निष्पक्ष जांच का भरोसा
परिजनों सहित ग्रामीणों ने भगवान ¨सह की हत्या की आशंका जताई है। परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रदर्शन की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे एसडीएम आरएसपुरा नरेश कुमार शर्मा व एस.पी हैडक्वार्टर ने मृतक के परिजनों को भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और जो लोग भी इस मामले में दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद लोगों ने धरना समाप्त किया और मृतक का अंतिम संस्कार किया।
इस मौके पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता जिनमें पूर्व विधायक प्रो. गारू राम भगत, पूर्व एससी सलाहकार बोर्ड के वाइस चेयरमैन भूषण डोगरा, नेकां नेता रोमेश मोटन, राज कुमार भगत, कांग्रेस नेता मोहन चौधरी, बसपा के जिला प्रधान तिलक राज भगत सहित अन्य मौजूद थे।