जम्मू में छह माह के लिए खुला सचिवालय
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : छह माह तक ग्रीष्मकालीन राजधानी में रहने के बाद सोमवार को दरबार एक
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : छह माह तक ग्रीष्मकालीन राजधानी में रहने के बाद सोमवार को दरबार एक बार फिर शीतकालीन राजधानी जम्मू लौट आया। नागरिक सचिवालय समेत सभी मूव कार्यालय खुल गए। राज्यपाल सत्यपाल मलिक सचिवालय पहुंचे, जहां उन्होंने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के साथ राष्ट्रध्वज फहराया। इसके साथ ही सचिवालय में लगभग 10 दिनों बाद औपचारिक तौर पर प्रशासनिक कामकाज शुरू हो गया।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में दो राजधानी शहर हैं। गर्मियों के दौरान मई के पहले सोमवार से अक्टूबर के अंतिम शनिवार तक श्रीनगर में राजधानी रहती है। उसके बाद नवंबर के पहले सोमवार से अप्रैल के अंतिम शनिवार तक सर्दियों के दौरान जम्मू में राजधानी रहती है। नागरिक सचिवालय के जम्मू से श्रीनगर और श्रीनगर से जम्मू आवागमन को दरबार मूव कहा जाता है।
जम्मू कश्मीर का राज्यपाल बनने के बाद सत्यपाल मलिक आज पहली बार जम्मू नागरिक सचिवालय में राज्य के प्रशासनिक प्रमुख के रूप में आए। उन्होंने दरबार खुलने के मौके पर परेड की सलामी ली। इस मौक पर वहां मौजूद सभी प्रमुख प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की। बाद में अपने कक्ष में राज्य के मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमपात व निचले इलाकों में बारिश से पैदा हालात से निपटने की समीक्षा की।
इससे पूर्व सचिवालय पहुंचने पर सलाहकार के विजय कुमार, बीबी व्यास, खुर्शीद अहमद गनई, मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम व पुलिस महानिदेशक दिलबाग ¨सह ने अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में उनकी आगवानी की।
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सलाहकार ने प्रशासनिक सचिवों
के कार्यालयों का दौरा किया
शीतकालीन राजधानी में नागरिक सचिवालय खुलने के पहले दिन राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने सचिवालय परिसर में स्थित विभिन्न प्रशासनिक सचिवों के कार्यालयों का दौरा किया।
इस दौरान सलाहकार के साथ निदेशक एस्टेट तारिक गनई और अन्य अधिकारी थे। सलाहकार ने प्रशासनिक सचिवों, अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की और जम्मू में अपने कार्यालयों के सुचारु कामकाज के लिए सुविधाओं और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।
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विधानसभा सचिवालय ने
भी जम्मू में काम शुरू किया
विधानसभा स्पीकर डॉ. निर्मल ¨सह और डिप्टी स्पीकर नजीर अहमद गुरेजी ने शीतकालीन राजधानी में विधानसभा सचिवालय के खुलने पर कामकाज का जायजा लिया। उन्होंने लेखा अनुभाग, स्थापना, विधान, रिपोíटंग, हा्स्पिटैलिटी एंड प्रोटोकॉल, स्टेशनरी, अनुवाद व पुस्तकालय समेत विधानसभा सचिवालय के विभिन्न कार्यालयों का दौरा करते हुए अधिकारियों व कर्मचारियों से बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों व कर्मियों से उनके कामकाज के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हें समर्पण भाव से काम करने की सलाह दी।
उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं को भी सुना और उन्हें यथाशीघ्र हल करने का यकीन दिलाया। स्पीकर और डिप्टी स्पीकर ने नए विधानसभा परिसर में काम की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने विधायक छात्रावास के उन्नयन और वहां सुविधाओं में सुधार के प्रस्ताव पर भी चर्चा की। इससे पहले, श्रीनगर से जम्मू में दरबार मूव के बाद कार्यालय पहुंचने पर विधानसभा सचिवालय कर्मचारियों ने सचिव विधानसभा के नेतृत्व में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का स्वागत किया।
विधायक र¨वद्र रैना, दीना नाथ भगत, सचिव विधानसभा आरएल शर्मा के अलावा वरिष्ठ अधिकारी और विधानसभा सचिवालय के अधिकारी भी उनके साथ थे।
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जम्मू में पुलिस मुख्यालय भी हुआ बहाल
राज्य पुलिस मुख्यालय छह माह बाद शीतकालीन राजधानी जम्मू में क्रियाशील हो गया। पुलिस महानिदेशक दिलबाग ¨सह ने सुबह शहीद स्मारक स्थल रेल हेड कांप्लेक्स जाकर पहले शहीदों को श्रद्धासुमन अíपत किए। उसके बाद पुलिस मुख्यालय पहुंचे जहां उन्हें पुलिस के एक दस्ते ने गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया। इसके बाद पुलिस महानिदेशक ने सीआइडी, आर्म्ड, सतर्कता समेत राज्य पुलिस के विभिन्न ¨वगों के वरिष्ठ अधिकारियों संग उच्चस्तरीय बैठक में कानून व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने दरबार मूव को सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी अधिकारियों व जवानों को सराहा। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए हिमपात में पुलिस सबसे पहले आम लोगों की मदद के लिए पहुंची। उन्होंने पुलिस अधिकारियों व जवानों पर आम लोगों के जानमाल की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी संभव उपाय करने के लिए कहा। बैठक के बाद उन्होंने पुलिस मुख्यालय में स्थित पुलिस के विभिन्न ¨वगों के कार्यालयों का भी दौरा किया।