पर्यटन स्थल मानसर में लोगों की जिंदगी को खतरने में डाल रही अथारिटी
व्यू पवाइंट इस कदर टूटे हुए हैं कि उनमें कोई बच्चा गिर भी सकता है। मानसर में सैर करने के लिए आए पर्यटक सुशील कुमार ने कहा कि यूं तो मानसर जम्मू क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है परन्तु आज भी इसका उतना विकास नहीं हुआ है।
सांबा, संवाद सहयोगी। जम्मू प्रांत का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मानसर जिसकी आज से नहीं बल्कि वर्षों से अनदेखी हो रही है। इस प्रसिद्ध पर्यटन स्थल की अनदेखी के कारण ही आज इसका उतना विकास नहीं हो सकता जितना की होना चाहिए था। आज भी मानसर झील पर बने कई व्यू पवाइंट टूटे हैं। इसका कारण यह रहा कि विभाग ने कभी भी इन व्यू पवाइंट की समय पर मरम्मत नहीं कराई। लापरवाही की इंतहा यह है कि टूटे हुए इन व्यू पवाइंट को असुरक्षित भी घोषित नहीं किया है।
व्यू पवाइंट इस कदर टूटे हुए हैं कि उनमें कोई बच्चा गिर भी सकता है। मानसर में सैर करने के लिए आए पर्यटक सुशील कुमार ने कहा कि यूं तो मानसर जम्मू क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है परन्तु आज भी इसका उतना विकास नहीं हुआ है। एक चिड़ियाघर है वह भी उतना ही है जितना कि वर्षों पहले हुआ करता था। हद तो यह है कि संबंधित विभाग उसका भी सही ढंग से विस्तार नहीं कर सका। मानसर निवासी बलदेव सिंह ने कहा कि आज तक जम्मू प्रांत के पर्यटन स्थलों के विकास के लिए कोई खास नहीं हुआ। नरेश कुमार, बालकृष्ण, मोहिन्द्र ने कहा कि अगर मानसर झील का सही ढंग से विकास हो तो यहां का व्यवसाय पर उसका असर पड़ सकता है। बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। इसकी अनदेखी होने से जो लोग थोड़े बहुत बाहरी राज्यों या फिर स्थानीय पर्यटक यहां आते थे, वे भी कम हो गए हैं।
स्कूलों के अधिकतर छात्र मानसर आते हैं
जम्मू प्रांत में मानसर झील जैसे एतिहासिक पर्यटन स्थल हैं और इस क्षेत्र के अधिकतर स्कूलों व कालेजों से आने वाले छात्रों के टूर मानसर आते हैं परन्तु मानसर जैसी झील के व्यू प्वाइंट की हालत काफी नाजुक है। इतना ही नहीं मानसर झील की साफ भी सही ढंग से नहीं होती जिसके कारण यहां पर आने वाले पर्यटकों को कई प्रकार की मुशिकलों का सामना करना पड़ता है।
कई गांवों की प्याज बुझाती थी मानसर झील
किसी समय मानसर झील का पानी जिला ऊधमपुर के दर्जनों गांवों को सप्लाई होता था झील में पानी की कमी होने पर लोगों ने इसका विरोध किया। मीडिया ने भी इस मामले को पुरजोर तरीके से उठाया। उसके बाद से झील के पानी की निकासी पर काफी हद तक अंकुश लग चुका है। स्थानीय लोगों के प्रयास से झील के पानी को तो बचा लिया गया। इससे झील का असिस्तव तो बच गया परन्तु धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में इसका विकास न होने के कारण जिन लोगों का रोजगार इससे जुड़ा है, वे परेशान हैं।
राज्यपाल से मानसर झील की कायाकल्प करने की मांग
जम्मू प्रांत के प्रमुख पर्यटन स्थल के विकास के लिए क्षेत्र के लोगों ने राज्यपाल से मांग की है कि इसकी हालत सुधारी जाए। इसे प्रमुखता से लेते हुए इसका विस्तार किया जाना चाहिए। यहां के चिड़ियाघर का विस्तार होना चाहिए। मानसर झील का सही ढंग से विकास होगा तो राज्य के साथ साथ दूसरे राज्यों से भी पर्यटक यहां पर आऐंगे। इससे यहां का व्यवसाय भी बढ़ेगा।