आतंकियों की गोली से ही हुई बशीर की मौत, CRPF के विशेष महानिदेशक ने दुष्प्रचार को किया खारिज
हसन ने कहा कि हमला मस्जिद में छिपे आतंकियों ने किया था। एक नागरिक की मौत हम सभी के लिए दुखदायी है। यह दुर्भाग्यजनक है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के विशेष महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने कहा कि बुधवार को सोपोर में आतंकी हमले में मारे गए नागरिक बशीर अहमद की मौत आतंकियों की गोली से ही हुई है। हमारे पास इसकी पुष्टि के लिए तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध है। कुछ लोग जानबूझकर मामले को गलत रंग देने पर तुले हैं। आतंकियों के गुनाह सुरक्षाबलों के माथे पर मढ़ रहे हैं।
हुमहामा क्षेत्र में शहीद सीआरपीएफ जवान दीपचंद वर्मा के श्रद्धांजलि समारोह में हिस्सा लेने के बाद हसन पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। हसन ने कहा कि हमला मस्जिद में छिपे आतंकियों ने किया था। एक नागरिक की मौत हम सभी के लिए दुखदायी है। यह दुर्भाग्यजनक है। मुझे लगता है कि कुछ लोग झूठी खबर फैला रहे हैं कि सीआरपीएफ जवानों ने बशीर को गाड़ी से बाहर निकाल गोली मारी है। आतंकियों ने उन्हें मारा है। मैंने खुद मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया है। हमले के समय मौजूद रहे कई लोगों से बातचीत की है। कैमरों की फुटेज और विभिन्न तकनीकी विवरणों के आधार पर भी पता चला है कि बशीर आतंकियां की गोली से मरा है। उसकी मौत के लिए सुरक्षाबलों को जिम्मेदार ठहरा रहे तत्वों से मेरा आग्रह है कि वह मस्जिद में छिपे आतंकियों को दोषी ठहराएं। आतंकियों ने सड़क पर आम लोगों की सुरक्षा को ताक पर रखकर जवानों पर हमला किया।
मस्जिद में छिपे थे आतंकी: उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने मस्जिद की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए गोली नहीं चलाई। इसलिए सीआरपीएफ को बशीर की मौत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। सीआरपीएफ जवान वहां चौराहे पर रोजाना की तरह ड्यूटी संभाल रहे थे कि मस्जिद में छिपे आतंकियों ने हमला कर दिया। शहीद दीपचंद ने उसी समय जवाबी प्रहार किया जिससे आतंकी ज्यादा नुकसान नहीं कर पाए। फायरिंग के दौरान एक व्यक्ति जो निजी कार में था, फंस गया। वह कार से उतरा और जब कार से बच्चे को निकाल रहा तो आतंकियों की गोली उसके शरीर को भेद गई। हमने फायर के एंगल से लेकर कैमरों की फुटेज की जांच की है। बच्चा फायरिंग में डर गया था। आतंकियों की गोलियों के बीच सुरक्षित वहां से निकाला गया। आतंकी मस्जिद के पिछले हिस्से से भागे हैं। मस्जिद में खून के धब्बे और दो मैगजीन व साठ से ज्यादा खाली कारतूस मिलेे हैं। इन आतंकियों की तलाश जारी है और हम जल्द ही इन्हें पकड़ लेंगे।