Move to Jagran APP

Jammu : सरकारी विभागों के फर्जी नियुक्ति, तबादला पत्र बनाने वाले तीन आरोपित गिरफ्तार

क्राइम ब्रांच जम्मू ने विभिन्न सरकारी विभागों के फर्जी नियुक्ति एवं तबादला पत्र तैयार करने के तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया हैं। तीनों के विरुद्ध इस वर्ष की शुरूआत में क्राइम ब्रांच थाने में मामला दर्ज किया गया था।

By VikasEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 06:16 PM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 06:16 PM (IST)
Jammu : सरकारी विभागों के फर्जी नियुक्ति, तबादला पत्र बनाने वाले तीन आरोपित गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच जम्मू ने विभिन्न सरकारी विभागों के फर्जी नियुक्ति एवं तबादला पत्र तैयार करने के तीन आरोपित गिरफ्तार

जम्मू, जागरण संवाददाता । क्राइम ब्रांच जम्मू ने विभिन्न सरकारी विभागों के फर्जी नियुक्ति एवं तबादला पत्र तैयार करने के तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। तीनों के विरुद्ध इस वर्ष की शुरूआत में क्राइम ब्रांच थाने में मामला दर्ज किया गया था। आरोपित जांच में क्राइम ब्रांच को सहयोग नहीं कर रहे थे और फरार हो गए थे।

loksabha election banner

क्राइम ब्रांच प्रवक्ता के अनुसार राकेश सिंह और उसके भाई सुदेश सिंह दोनों निवासी हमीरपुर, खौड़ को धोखाधड़ी, सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने, साजिश रचने के एक मामले में आरोपित हैं। दोनों भाईयों पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी सरकारी आदेश तैयार कर लोगों को लाखों रुपये का चूना लगाने का काम किया हैं। क्राइम ब्रांच अधिकारियों को पुख्ता सूचना मिली कि दोनों भाई अपने घर पर आने वाले हैं। इस सूचना पर क्राइम ब्रांच ने उनके घर पर नजर रखनी शुरू कर दी। जैसे ही दोनों आरोपित घर पर पहुंचे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दोनों भाईयों को आगे की कार्रवाई के लिए कोर्ट में पेश कर दिया गया। वहीं, दोनों भाईयों के खुलासे पर क्राइम ब्रांच ने उनके एक और साथी सुरेश सिंह निवासी खौड़ को भी गिरफ्तार कर गया। सुरेश का नाम भी एफआईआर में दर्ज हैं। जांच में यह भी पता चला है कि धोखाधड़ी के इस मामले का मुख्य आरोपित राकेश सिंह खुद को आरटीओ बता कर लोगों से ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के नाम पर पैसे ठग लेता था।

तकनीकी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त सचिव रजनीश कुमार ने 19 मार्च 2018 को क्राइम ब्रांच में यह शिकायत दर्ज करवाई थी उनके विभाग के एक शिक्षक ने अपने तबादले का आदेश पत्र विभाग में जमा करवाया था। जांच के दौरान पाया गया कि युवा सेवा एवं खेल विभाग द्वारा यह आदेश जारी किया हीं नहीं गाय था। इस मामले की जांच के दौरान हीं इन आरोपितों का नाम सामने आया था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.