आतंक की राह से लौटे युवक की काउंसिलिंग
आतंकवाद के रास्ते पर गया एक और युवक आज अपने मां-बाप की पुकार पर मुख्यधारा में लौट आया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। जिहादी तत्वों के दुष्प्रचार से गुमराह होकर आतंकवाद की राह पर निकला एक युवक बंदूक की संस्कृति को छोड़ मुख्यधारा में लौट आया है। इसके साथ ही वादी में सात माह में आतंक की दुनिया को छोड़ मुख्यधारा में लौटने वाले युवकों की संख्या चार हो गई है।
इस रास्ते से लौटे युवक को पुलिस द्वारा काउंसिलिंग प्रदान की जा रही है। हालांकि पुलिस ने युवक की पहचान को सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं किया है लेकिन उसके वापस लौटने की पुष्टि आज सुबह राज्य पुलिस महानिदेशक ने की।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के रास्ते पर गया एक और युवक आज अपने मां-बाप की पुकार पर मुख्यधारा में लौट आया है। संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घर वापसी करने वाले 22 वर्षीय युवक को फिलहाल कड़ी सुरक्षा में रखा गया है।
उसे काउंसिलिंग प्रदान की जा रही है ताकि उसे सामान्य जिंदगी में शामिल होने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। युवक के परिजनों को भी उससे मिलाया गया है। उन्होंने उसे सरेंडर करने के लिए मनाने में अहम भूमिका निभाई है।
युवक को काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।घाटी में इस साल अब तक 90 स्थानीय युवक आतंकी संगठनों में शामिल हुए हैं। इनमें से करीब 10 विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गए हैं जबकि चार अन्य बंदूक छोड़ मुख्यधारा में लौट आए हैं।