Coronavirus in Jammu Kashmir: स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत बनाने पर आजाद ने PM मोदी को लिखा पत्र
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों अस्पतालों और चिकित्सा केंद्रों में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए क्योंकि इनकी कमी से चिकित्सा सेवाओं पर असर पड़ता है विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में डॉक्टरों पैरामेडिकल कर्मियों की तैनाती होनी चाहिए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना की रोकथाम के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं।
गुलाम नबी आजाद ने वैक्सीन की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाने, मानव संसाधन का विकास करने, ऑक्सीजन की उपलब्धता को बेहतर बनाने और स्वस्थ का ढांचा मजबूत करने पर जोर दिया है। गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि देश में मुख्य रूप से 21 दवाईयों की कंपनियां है और दो कंपनियां इस समय वैक्सीन बना रही हैं।
अगर मौजूदा क्षमता पर यकीन किया जाए तो वैक्सीन बनाने में 2022 की तीसरी तिमाही तक का समय लगेगा। उन्होंने कहा की मेडिकल कॉलेजों अस्पतालों और चिकित्सा केंद्रों में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए क्योंकि इनकी कमी से चिकित्सा सेवाओं पर असर पड़ता है विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में डॉक्टरों, पैरामेडिकल कर्मियों की तैनाती होनी चाहिए।
उन्होंने पर्याप्त ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट स्थापित किए जाने पर जोर दिया। उनके सुझावों को सकारात्मक तरीके से लिया जाए।
उन्होंने कहा कि कोविड कोई अभिशाप नहीं है। इससे संक्रमित हो रहे अधिकांश लोग स्वस्थ हो रहे हैं। अगर हम भीड़ वाले क्षेत्र में न जाएं, घर में रहें और मास्क पहने तों इससे बचा जा सकता है। इससे संक्रमण की चेन भी टूटेगी। उन्होंने सभी लोगों से अपने परिवार के सदस्यों को भी एसओपी का पालन करने को कहा। अगर किसी का कोई पड़ोसी संक्रमित हो जाता है तो उसका होंसला बढ़ाएं।