Coronavirus: ट्रक में छिपकर आ रहा था संक्रमित, रामबन में पकड़ा, दो दिनों में दूसरा मामला
वहीं बारामुला की बुजुर्ग महिला में भी वायरस की पुष्टि हुई है। यह महिला पहले से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण संक्रमित हुई है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। देश के दूसरे राज्यों में फंसे जम्मू-कश्मीर के लोग अब छिपकर घरों का प्रयास कर रहे हैं। इनमें कई लोग संक्रमित हैं और इन्हीं लोगों स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन की चिंता भी बढ़ा दी है। पिछले दो दिनों में ऐसा दूसरा मामला प्रकाश में आया है जब एक संक्रमित ट्रक में छिपकर श्रीनगर जा रहा था। गनिमत यह रही कि जिला रामबन में यह संक्रमित चैकिंग के दौरान पकड़ा गया। इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कठुआ में एक ऐसे ही संक्रमित व्यक्ति को पकड़ा था। यह भी ट्रक में छिपकर कठुआ अपने घर पहुंचा था। व्यक्ति के संक्रमित पाए जाने के बाद प्रशासन ने उसे आइसोलेशन में शिफ्ट करने के बाद उस फैक्ट्री को भी सील कर दिया, जिसका वह ट्रक था। यही नहीं फैक्ट्री में काम करने वाले 14 लोगों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है।
जिला रामबन में पकड़ा गया यह संक्रमित व्यक्ति किस राज्य से आ रहा था, इस बात का खुलासा पुलिस ने नहीं किया है परंतु सूत्रों का कहना है कि वह दिल्ली से आ रहा था। उसके साथ ट्रक में ग्यारह लोग थे, जिन्हें बटोत के नजदीक ही पुलिस ने एक नाके पर पकड़ लिया था। उन्हें जिला रामबन में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था, जहां उनके सैंपल लिए गए। आज सुबह सैंपल की रिपोर्ट आने पर वह व्यक्ति पाॅजीटिव पाया गया जबकि अन्य सभी नेगेटिव पाए गए। यह संक्रमित व्यक्ति श्रीनगर के नवांकदल इलाके का रहने वाला है। उन्होंने जम्मू राजकीय मेडिकल कालेज में आइसोलेशन वार्ड में शिफट कर दिया गया है।
इसके अलावा आज बारामुला से एक संक्रमित वृद्ध महिला का मामला भी सामने आया है। इन्हें मिलाकर अब तक जम्मू-कश्मीर में 409 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर में वीरवार को जिन दो लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया उनमें से एक बाहरी राज्य से ट्रक पर चोरी छिपे आ रहा था। रामबन प्रशासन ने उसे पकड़ा और उसकी जांच करवाई। कुपवाड़ा जिले का रहने वाला यह व्यक्ति जांच में पॉजीटिव आया है। उसे राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया है।
वहीं बारामुला की बुजुर्ग महिला में भी वायरस की पुष्टि हुई है। यह महिला पहले से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण संक्रमित हुई है। जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। अब उन जिलों से भी मामले आना शुरू हो गए हैं, जो पहले ग्रीन जोन में थे। दो दिन पहले कठुआ से मामला आया तो वीरवार को रामबन जिले से भी मामला आ गया। अभी तक जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों में से 17 जिले संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। अभी कई और सैंपलों की जांच रिपोर्ट आना शेष है। अभी तक बांडीपोरा जिले में सबसे अधिक मामले आए हैं, वहीं श्रीनगर दूसरे नंबर पर है।
इसी तरह जम्मू संभाग में जम्मू में सबसे अधिक 26 मामले आए हैं जबकि 20 मामलों के साथ ऊधमपुर दूसरे स्थान पर है। सांबा, राजौरी, किश्तवाड़, कठुआ और अब रामबन जिलों में भी मामले दर्ज हुए हैं। सिर्फ पुंछ, डोडा, रियासी तीन जिले ही ऐसे हैं, जहां पर अभी कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए प्रशासन ने आइसोलेशन वार्ड और क्वारंटाइन केंद्रों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ टेस्टिंग लैब की संख्या भी बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। कई जगहों पर अब सैंपल कोलेक्शन सेंटर भी बनाए जा रहे हैं। दो दिनों में गांधीनगर अस्पताल और एक्सीडेंटल अस्पताल घगवाल में कोलेक्शन सेंटर बनाए जा चुके हैं। अभी अन्य जिला अस्पतालों में भी इसी तरह की सुविधा बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
वित्त आयुक्त स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग अटल ठुल्लू स्वयं सभी प्रबंधों का जायजा ले रहे हैं। वह सेना के सहयोग के साथ आर्मी स्कूल दोमाना और रंगरेट श्रीनगर को भी कोविड अस्पताल बना रहे हैं। यह अस्पताल इसी सप्ताह बनकर तैयार हो जाएगा।