कहीं राहत, कहीं आफत बनी खुदाई, मार्ग चलना हुआ मुश्किल
सड़कों की हालत भी खराब हो गई है। पानी और गड्ढों के चलते इन पर चलना मुश्किल हो गया है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। डिग्याना इलाके में सड़कों के किनारों की खोदाई सिरदर्द बन चुकी है। गहरी नालियों के निर्माण के चलते की जा रही इस खोदाई के चलते मार्ग पर चलना मुश्किल हो गया है। सड़क किनारों पर मलबे के ढ़ेर लगे पड़े हैं। सड़कों की हालत भी खराब हो गई है। पानी और गड्ढों के चलते इन पर चलना मुश्किल हो गया है।
डिग्याना पुलिस चौकी के सामने से रानी तालाब और शास्त्री नगर की ओर मार्ग की हालत बहुत पतली हो चुकी है। सड़कों से गुजरना मुश्किल हो जाता है। शास्त्री नगर शमशानघाट की ओर आने वाले मार्ग पर अंडर ग्राउंड नाले के निर्माण के चलते बहुत बार इस पर चोपहिया वाहन आगे नहीं जा सकते। अक्सर इस मार्ग पर वाहनों का जाम लगने लगा है। ऐसी ही हालत डिग्याना-प्रीत नगर मार्ग की भी हो चुकी है। गड्ढे पड़े हुए हैं। जलभराव भी सड़क पर हादसों को न्यौता दे रहा है। नालियां निर्माण के चलते बहुत जगह चोक हो चुकी हैं। इससे पानी की निकासी रुक गई है। यह पानी सड़क पर आ रहा है।
लोग चाहते हैं कि निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए ताकि राहत मिले। लाेगों को डर है कि कहीं गंदे पानी के जमा होने से इलाके में डेंगू, मलेरिया, डायरिया न फैले।
528.24 करोड़ का है प्रोजेक्ट
आवास एवं शहरी विकास विभाग ने अमरूट योजना के तहत डिग्याना और इसके आसपास प्रीत नगर व नई के बीच के क्षेत्रों के लिए 528.24 लाख रुपये की लागत का प्रोजेक्ट बनाया है। इसी के तहत डिग्याना, रानी तालाब में नालों, नालियों का निर्माण किया जा रहा है। अरबन इंवायरंमेंट इंजीनियरिंग विभाग की सीवरेज एंड ड्रेनेज वेस्ट, जम्मू इस कार्य को करवा रही है। इसके तहत मार्च तक इस काम को पूरा कर लिया जाएगा।
क्या कहते हैं लोग
- ‘एक अर्से से इलाके में सड़कों की हालत खराब थी। नालियां अक्सर चोक रहती थीं। अब इनका निर्माण तो शुरू हुआ लेकिन इसमें लोगों की दिक्कतों का ध्यान कम ही रखा जा रहा है। मलबे को रूटीन में नहीं उठाया जा रहा। इससे समस्या हो रही है।’ -कुलदीप चौधरी
- ‘सरकारी काम की गति बहुत कम रहती है। ऐसे ही काम चलता रहा तो दो साल लग जाएंगे। निर्माण कार्य के चलते कामकाज प्रभावित होकर रह गए हैं। आसपास रहने वालों को धूल फांकनी पड़ रही है। निर्माण कार्य में तेजी लाई जानी चाहिए। तभी राहत मिलेगी।’ -राम लुभाया
- ‘सड़क की हालत बदतर हो चुकी है। नालियां बनाने के लिए मलबा सड़क किनारे पर जमा करने का कोई औचित्य नहीं बनता। एक दिन में यह सूख जाता है। फिर इसे उठाया जाना चाहिए। ऐसा नहीं किया जा रहा। निर्माण एजेंसी को ध्यान रखना चाहिए कि लोगों को दिक्कतें न हों।’ -शाम सैनी
जल्द लोगों को राहत मिलेगी
- ‘पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं विधायक कविंद्र गुप्ता ने अमरूट योजना के तहत इन कार्यों को शुरू करवाया। थोड़े दिन काम बंद रहा। अब फिर शुरू हो चुका है। निर्माण कार्य में तेजी लाने को कहा गया है। इसके अलावा मुहल्लों में गलियों, नालियों का निर्माण किया जा रहा है। लोगों को जल्द राहत मिलेगी।’ -आशा रानी, कॉरपोरेटर, वार्ड 45