राज्य के दर्जे के लिए संघर्ष करेगी कांग्रेस : आजाद
राज्य ब्यूरो जम्मू राज्यसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्
राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्यसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करवाने, भूमि अधिकार और स्थानीय युवाओं के नौकरियों की रक्षा के लिए कांग्रेस संघर्ष करेगी।
जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर आए आजाद और पार्टी की जम्मू कश्मीर मामलों की प्रभारी अंबिका सोनी ने शुक्रवार सुबह दस बजे से शाम तीन बजे प्रदेश पार्टी की कार्यकारी समिति की बैठक में भाग लिया। बैठक में राज्य के सुरक्षा हालात, पार्टी को मजबूत करने व जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करवाने के लिए पार्टी के संघर्ष को तेज करने समेत अन्य मुद्दों पर मंथन किया गया।
बैठक के बाद आजाद ने केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि गलत फैसले से जम्मू कश्मीर को बर्बादी की कगार पर खड़ा कर दिया गया है। हमने अपने पार्टी के 20 जिलों के प्रतिनिधियों से बातचीत की है। ऐसा बुरा समय कभी नहीं देखा। शिक्षा, स्वास्थ्य व संचार सहित हर सेवा पर असर पड़ा है। कश्मीर में पर्यटन खत्म हो गया है। जम्मू में ट्रांसपोर्ट व व्यापार खत्म हो गया है। जम्मू कश्मीर और उत्तर पूर्वी राज्यों की समस्याएं जटिल हैं। जम्मू कश्मीर को समझने के लिए भाजपा नेतृत्व को पांच जन्म लेने पड़ेंगे। राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए अनुकूल माहौल बनाना होगा
आजाद ने कहा कि प्रदेश भाजपा समेत किसी भी वर्ग का व्यक्ति नहीं कहता है कि जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किस जुर्म में नेताओं को बंद किया गया है। यह क्या लोकतंत्र है या इमरजेंसी लगी हुई है। जम्मू कश्मीर में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए अनुकूल माहौल बनाना होगा। आजाद ने कहा कि देश-दुनिया को गुमराह किया जा रहा है। विदेशी प्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा है। इंटरनेट सेवा क्यों बंद है। सर्वोच्च न्यायालय को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने जम्मू कश्मीर में 36 केंद्रीय मंत्रियों के दौरे को धोखा करार दिया। बैक टू विलेज कार्यक्रम के बारे में आजाद ने कहा कि इससे लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। भाजपा नेताओं की तरफ से पेश किए गए प्रोजेक्टों को ही मंजूरी दी गई। समस्याओं के समाधान के लिए हर एक को साथ लेकर चलना चाहिए
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि तमिलनाडु, केरल या अन्य राज्यों से कोई समस्या का समाधान नहीं कर सकता। स्थानीय नेताओं व क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों को जब तक शामिल नहीं किया जाता, तब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता। जम्मू कश्मीर के साथ पाकिस्तान, चीन की सीमाएं लगती हैं। इसलिए जम्मू कश्मीर में स्थिति को संवेदनशीलता से लिया जाना चाहिए। जम्मू कश्मीर व उत्तर पूर्वी राज्यों का अलग तरीके से व्यवहार करें। जम्मू कश्मीर में समस्याओं के समाधान के लिए हर एक को साथ लेकर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं से सुरक्षा को वापस लिया जा रहा है। आजाद और अंबिका सोनी जम्मू का दो दिवसीय दौरा समेट शुक्रवार शाम दिल्ली रवाना हो गए। कांग्रेस नेताओं को धमकाने के लिए तीसरे मोर्चे को समर्थन दे रही भाजपा
गुलाम नबी आजाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं को धमकाने के लिए केंद्र सरकार कश्मीर में तीसरे मोर्चे को समर्थन दे रही है। कहा जा रहा है कि अगर कांग्रेस के नेता तीसरे मोर्चे में शामिल नहीं होते हैं तो उनके विधानसभा क्षेत्रों को आरक्षित कर दिया जाएगा या झूठे मामलों में फंसा दिया जाएगा। आजाद ने कहा कि वे एजेंसियों या केंद्र सरकार के ग्रुप हैं। हमने भी सरकारें चलाई हैं। हम जानते हैं कि कौन उन्हें भेज रहा है। वे राजनीतिक ग्रुप नहीं बल्कि संगठित ग्रुप हैं।