Rajiv Gandhi Hospital: उद्घाटन पट्टिका से राजीव गांधी का नाम हटाने पर कांग्रेस भड़की
अब केंद्र में सत्ता में बैठी भाजपा सरकार के भय और कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों से जलन के कारण पूर्व प्रधानमंत्री का नाम अस्पताल की उदघाटन पट्टिका से हटा दिया गया। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए तुरंत इस गलती में सुधार करने को कहा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा वीरवार को गंग्याल में पचास विस्तरों वाले अस्पताल का उदघाटन करने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया। अस्पताल की उदघाटन पट्टिका में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम नहीं होने पर प्रदेश कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है।
प्रदेश कांग्रेस के उपप्रधान रमन भल्ला और मुख्य प्रवक्ता रवींद्र शर्मा ने उदघाटन पट्टिका पर से राजीव गांधी का नाम हटाने पर प्रश्न खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी अस्पताल गंग्याल को अपग्रेड करने के लिए पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने अपने कार्यकाल में 70 करोड़ रुपये जारी किए थे। लेकिन भाजपा के एक मंत्री ने फंड किसी और प्रोजेक्ट को दे दिए और इस अस्पताल को सौ बिस्तरों के स्थान पर पचास बिस्तरों का कर दिया।
इस अस्पताल का नींव पत्थर भी पूर्व स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रखा था। अस्पताल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था। लेकिन अब केंद्र में सत्ता में बैठी भाजपा सरकार के भय और कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों से जलन के कारण पूर्व प्रधानमंत्री का नाम अस्पताल की उदघाटन पट्टिका से हटा दिया गया। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए तुरंत इस गलती में सुधार करने को कहा।
उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी इसका सख्त विरोध करती है। वहीं जम्मू नगर निगम के पूर्व चेयरमैन ओर वरिष्ठ कांग्रेस नेता सतीश शर्मा ने कहा कि केंद्र की यूपीए सरकार के समय तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम।नबी आजाद पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला तक्लीन राजस्व मंत्री रमन भल्ला ने 70 करोड़ की लागत से शुरू किया ओर इसका नाम राजीव गांधी रखा था और दशकों से इसका नाम राजीव गांधी ही है । सतीश ने कहा कि अगर स्वास्थ्य विभाग ने जल्द नेम प्लेट पर राजीव गांधी का नाम नही लिखा तो कांग्रेस बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे।