नेकां, पीडीपी के बाद काग्रेस ने भी किया बीडीसी चुनाव का बहिष्कार
राज्य ब्यूरो जम्मू नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बाद
राज्य ब्यूरो, जम्मू : नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बाद बुधवार को कांग्रेस ने भी जम्मू कश्मीर में 24 अक्टूबर को होने जा रहे ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल (बीडीसी) के चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया। कांग्रेस के प्रदेश प्रधान जीए मीर ने कश्मीर के हालात, पार्टी नेताओं की नजरबंदी, चुनावी तैयारियों में समय न मिलने और कश्मीर जाने की अनुमति न मिलने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी मजबूरी में बीडीसी चुनाव का बहिष्कार कर रही है। कांग्रेस के एलान के बाद अब चुनावी मैदान में दो राजनीति पार्टियां भाजपा और पैंथर्स के अलावा निर्दलीय उम्मीदवार बचे हैं। नेका और पीडीपी भी कश्मीर में नेताओं की नजरबंदी का हवाला देते हुए चुनाव न लड़ने की घोषणा कर चुकी है।
बीडीसी चुनाव के नामाकन पत्र भरने के अंतिम दिन पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मीर ने कहा कि कश्मीर के मौजूदा हालात में क्या बीडीसी के चुनाव संभव हैं। बावजूद इसके काग्रेस ने भाग लेने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि काग्रेस कभी चुनाव से नहीं भागी, लेकिन कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट बंद है। हमने कार्यकर्ताओं तक पहुंचने के काफी प्रयास किए, लेकिन सफल नहीं हुए। कश्मीर में हमारे नेताओं पर पाबंदिया हैं। हमें कश्मीर जाने नहीं दिया जा रहा। हमने अपने नेताओं को बिना रोक टोक के राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने के मामले को चुनाव आयोग के समक्ष भी उठाया था, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। हम मन से चुनाव में भाग लेना चाहते थे, लेकिन राज्य प्रशासन के रोड़े अटकाने से मजबूर होकर काग्रेस चुनाव से बहिष्कार कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव एक पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए करवाया जा रहा है। बहिष्कार का फैसला विपक्ष से सलाह कर नहीं लिया :
मीर ने कहा कि हमने चुनाव में भाग लेने या अब बहिष्कार करने का फैसला स्वयं लिया है। हमने किसी विपक्षी दल से कोई सलाह मशवरा नहीं किया है। सरकार राजनीतिक माहौल भी तैयार नहीं कर पाई। सुरक्षा भी नहीं दी गई। पार्टी उम्मीदवारों को नाम वापस लेने की हिदायत :
कांग्रेस के प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने कहा कि पार्टी ने नामांकन पत्र दाखिल कर चुके अपने उम्मीदवारों को नाम वापस लेने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा न करने वाले पार्टी उम्मीदवारों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ चुनाव अधिकारी से भी बात की जाएगी।