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Jammu : काॅलेजों का निर्माण कार्य लटका, जमीन अधिग्रहण के पेच भी फंसे

कोरोना से उपजे हालात के बीच जम्मू कश्मीर में नए डिग्री कॉलेजों का कार्य लटक गया है। जम्मू शहर में खोले गए तीन नए कॉलेजों का निर्माण कार्य शुरु होना तो दूर जमीन अधिग्रहण को लेकर पेच फंसा हुआ है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 01:07 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 01:07 PM (IST)
Jammu : काॅलेजों का निर्माण कार्य लटका, जमीन अधिग्रहण के पेच भी फंसे
अधिकतर कालेज हायर सेकेंडरी स्कूलों, पंचायत भवनों, किराए की इमारतों में चल रहे है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । कोरोना से उपजे हालात के बीच जम्मू कश्मीर में नए डिग्री कॉलेजों का कार्य लटक गया है। जम्मू शहर में खोले गए तीन नए कॉलेजों का निर्माण कार्य शुरु होना तो दूर जमीन अधिग्रहण को लेकर पेच फंसा हुआ है। इस तरह से जम्मू कश्मीर में बीस कॉलेजों का निर्माण कार्य शुरु नहीं हो पाया है। कई कॉलेजों के जमीन के मुद्दे भी सुलझ नहीं पाए हैं।

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सरकार ने पिछले साल 52 नए कॉलेज खोले थे। अधिकतर कालेज हायर सेकेंडरी स्कूलों, पंचायत भवनों, किराए की इमारतों में चल रहे है। जम्मू शहर में सिद्धड़ा, नगरोटा और भगवती नगर डिग्री कालेजों की जमीन फाइनल नहीं हो पाई है। कोरोना से उपजे हालात के कारण मार्च 2020 से लेकर सितंबर 2020 तक कालेजों के अहम प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पाए।

नगरोटा और सिद्धड़ा डिग्री कालेजों में तो जमीन को लेकर गतिरोध बना रहा है। हालांकि सरकार ने जोर देकर कहा था कि जमीनों के अधिग्रहण का काम जल्द पूरा किया जाए ताकि निर्माण कार्य शुरु हो पाए। जम्मू में कुंजवानी डिग्री कालेज एक मात्र ऐसा कालेज है जिसका प्री फैबरीकेटड ढांचा तैयार हो गया है और कालेज शिफ्ट भी हो गया है। पहले कुंजवानी डिग्री कालेज को जम्मू शहर के मौलाना आजाद मेमोरियल कालेज से चलाया जा रहा था। पिछले दिनों जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर ने संबंधित डिप्टी कमिश्नरों और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कालेजों की जमीन से संबंधित मुद्दों का समाधान करने के लिए कहा था।

कालेजों का निर्माण कार्य लटकने से विद्यार्थियों को नुकसान हुआ है। अगर कालेजों का प्री फैबरीकेटड निर्माण ही हो गया होता तो अधिक से अधिक विद्यार्थियों को दाखिला मिल जाता। इस समय हालात ऐसे बने हुए है कि सीटें कम होने के कारण विद्यार्थियों को भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। पहले से स्थापित कालेजों में सीटें फुल हो चुकी है। विद्यार्थी आंदोलन की राह पर है। जम्मू के नोडल प्रिंसिपल प्रो. रविंद्र टिक्कु का कहना है कि कालेजों के जमीन अधिग्रहण के मामलों में तेजी लाई गई है। निर्माण कार्य भी शुरु किए जा रहे है। कोशिश है कि जल्द ही नए डिग्री कालेजों का निर्माण कार्य हो जाएगा। 


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