कॉलेज अध्यापकों की सेवानिवृत्त आयु सीमा बढ़ाने की मांग
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन जम्मू के प्रधान प्रो. डीएस मन्हास के नेतृत्व में प्रतिनि
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन जम्मू के प्रधान प्रो. डीएस मन्हास के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल के सलाहकार खुर्शीद अहमद गनई से भेंट कर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नियमों का पूरी तरह पालन करने का मुद्दा उठाया।
कॉलेज अध्यापकों की सेवानिवृत्त आयु सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष करने का मामला उठाते हुए प्रतिनिधियों ने कहा कि कॉलेजों में प्रोफेसरों के पद सृजित किए जाएं। वेतन विसंगतियां दूर की जाएं। सलाहकार को ज्ञापन सौंपते हुए प्रतिनिधियों ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में अध्यापकों की कमी को देखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सेवानिवृत्त आयु सीमा 65 वर्ष कर दिया है। जम्मू कश्मीर में स्टेट विश्वविद्यालयों में सेवानिवृत्त आयु सीमा 62 वर्ष है, लेकिन कॉलेज अध्यापकों की आयु सीमा 60 वर्ष है। यूजीसी के नियमों के तहत एसोशिएट प्रोफेसरों को पदोन्नति देकर प्रोफेसर बनाया जाना चाहिए, लेकिन अभी तक इस दिशा में कुछ नहीं हुआ है। जून 2006 में कॉलेज अध्यापकों की इंक्रीमेंट देय थी, जो नहीं दी गई है। पीएचडी व एमफिल करने वाले अध्यापकों को दी जाने वाली इंक्रीमेंट की अधिसूचना जारी की जाए। खुर्शीद अहमद गनई ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गौर किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में अनिल गंजू, टिवंक्ल सूरी, जगजीत ¨सह, राकेश शर्मा, संध्या भारद्वाज व देवेंद्र कौर शामिल हुए।