Move to Jagran APP

CRPF Cobra Commando Rakeshwar Singh: आज लौट रहे हैं राकेश्वर सिंह, स्वागत की तैयारियां पूरी

पांच साल की बेटी राघवी पिता की वापिसी को लेकर काफी खुश है।बीते कुछ दिनों परिवार पर जो बीती उसे लेकर उसे कुछ ज्यादा जानकारी नही है। केवल उसे पिता ने टेंट लाने का जो वादा किया है उसका वह बेसब्री से इंतजार कर रही है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 11:41 AM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 11:41 AM (IST)
CRPF Cobra Commando Rakeshwar Singh: आज लौट रहे हैं राकेश्वर सिंह, स्वागत की तैयारियां पूरी
मन्हास बिरादरी के सदस्य उनका गर्मजोशी से करेंगे इस्तकबाल।

जम्मू, जागरण संवाददाता: हिम्मत रखों ठीक ठाक हूं, जल्द लौटूगां।घबराने की कोई बात नही।अब अपने लोगों के बीच हूं, मां से कहना कि अपना ख्याल रखें। राघवी को मेरा प्यार कहना।उसकी टेंट की फरमाइश जरूर पूरी करंगा।शुक्रवार को सुबह पहुंच रहा हूं।

loksabha election banner

यह बातें कोबरा कमांडों राकेश्वर सिंह ने अपनी पत्नी से मोबाइल से बातचीत में कहीं।छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के चुगंल से से मुक्त हुए केंद्रीय रिर्जव पुलिस के कोबरा कमांडों राकेश्वर सिंंह मन्हास शुक्रवार सुबह 11 बजे जम्मू एयरपोर्ट पर उतरेंगे। उनके साथ कुछ स्थानीय रिपोर्टर व माकपा के कुछ कार्यकर्ता भी होंगे जिन्होंने रिहाई को संभव बनाया।

परिवार के सदस्य और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी उन्हें रिसीव करने के लिए एयरपोर्ट जाएंगे।उनके बरनाई स्थित आवास पर जगह कम होने की वजह से उनके स्वागत के लिए मुख्य समारोह कांगड़ा फोर्ट में रखा गया है।एयरपोर्ट से राकेश्वर सिंह कांगड़ा फोर्ट जाएंगे, जहां उनके बरनाई के अलावा उनके पैतृक गांव खौड़ तहसील के गांव पंगाई से काफी संख्या में ग्रामीण बरनाई के कांगड़ा फोर्ट पहुंचेगें।

जहां मन्हास बिरादरी के सदस्य उनका गर्मजोशी से करेंगे इस्तकबाल। कोबरा कमांडों राकेश्वर सिंह ने बुधवार को जम्मू लौटना था, लेकिन किन्ही कारणों संभव नही हो पाया।उनकी सकुशल घर वापसी को लेकर परिवार के सदस्यों में उल्लास है। मां कुुंती देवी बेटे के लिए पनीर मटर, राजमा चावल और अंबल और मिष्ठान में हलवा बनाएंगी।

पांच साल की बेटी राघवी पिता की वापिसी को लेकर काफी खुश है। बीते कुछ दिनों परिवार पर जो बीती उसे लेकर उसे कुछ ज्यादा जानकारी नही है। केवल उसे पिता ने टेंट लाने का जो वादा किया है, उसका वह बेसब्री से इंतजार कर रही है।

बेटी राघवी एक जवान की टेंट की दुनिया को जानने को आतुर है। बेशक राघवी इस टेंट में गुड़्डे गुड़िया का खेल खेले लेकिन वास्तविकता उसका पिता ही समझ सकता है। राकेश्वर सिंह 3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान बंदी बना लिए गए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.