सफेद चांदी से ढका वैष्णो देवी भवन, हेलीकॉप्टर और केबल कार सेवा बंद
त्रिकुटा पर्वत के बाद मां वैष्णो देवी का भवन भी अब सफेद चांदी से ढक गया है। वैष्णो देवी भवन के आसपास छह इंच के करीब बर्फबारी हुई, जबकि भैरो घाटी में तीन इंच। बर्फबारी के कारण हेलीकॉप्टर और केबल कार सेवा को बंद कर दिया गया है। कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के बीच श्रद्धालु लगातार मां वैष्णो भवन की ओर बढ़ रहे हैं।
संवाद सहयोगी, कटड़ा : त्रिकुटा पर्वत के बाद मां वैष्णो देवी का भवन भी अब सफेद चांदी से ढक गया है। सुबह से हो रही बर्फबारी के कारण भवन का आंगन और यात्रा मार्ग पर बर्फ की मोटी परत जम गई है। भवन में आसपास छह इंच, सांझी छत में छह इंच, भैरो घाटी में तीन इंच, जबकि त्रिकुटा पर्वत पर डेढ़ फुट के करीब बर्फबारी हुई है। श्रद्धालु माता के दर्शन करने सहित बर्फबारी का पूरा आनंद उठा रहे हैं। बर्फबारी से भवन के साथ यात्रा मार्ग पर शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है। वहीं, बर्फबारी जारी रहने के कारण श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने हेलीकॉप्टर व केबल कार सेवा को मौसम साफ होने तक फिलहाल बंद कर दिया है।
हैलीकाप्टर सेवा बंद होने के बावजूद श्रद्धालु पैदल, पालकी और घोड़े पर यात्रा जारी रखे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए श्राइन बोर्ड ने विशेष प्रबंध कर रखे हैं। कई स्थानों पर आपदा प्रबंधन कर्मी तैनात किए हैं। बर्फ के बाद मार्ग पर फिसलन बढ़ गई है, ऐसे में आपदा प्रबंधन के कर्मी श्रद्धालुओं गाइड भी कर रहे हैं। कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के बीच श्रद्धालु जोश के साथ माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। कई श्रद्धालुओं ने त्रिकुटा पर्वत पर विराजमान मां वैष्णो के ¨पडी रूप के दर्शन किए और मोबाइल में तस्वीरें खींचते भी नजर आए। पहली बार देखी बर्फबारी
दिल्ली से मां वैष्णो के दर्शन करने आए दीपक वर्मा का कहना है कि उन्होंने पहली बार बर्फबारी होते देखीै। मां भगवती का भवन स्वर्ग जैसा प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान उन्हें कोई परेशानी नहीं आई। क्योंकि श्राइन बोर्ड ने जगह-जगह गर्म पानी, अलाव और कंबल की व्यवस्था कर रखी है। वहीं, पानीपत के संजय शर्मा ने कहा कि कैबल कार बंद होने के कारण वे परिवार सहित भैरो घाटी नहीं जा पाए, मगर बर्फबारी के बीच मां वैष्णो के दर्शन करने का अनुभव काफी सुखद रहा। कोट्---
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर प्रबंध किए हैं। बैटरी कार शुरू कर दी गई है, जबकि मौसम में सुधार होते ही हैलीकाप्टर व केबल कार सुविधा भी शुरू कर दी जाएगी। यात्रा मार्ग पर तैनात आपदा प्रबंधन कर्मी हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। बर्फबारी के बीच अभी भी बीस हजार से अधिक श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर हैं।
-सिमरनदीप सिंह, सीईओ, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड