लोगों के मन से नहीं निकल रहा बच्चों की मौत का डर
ऊधमपुर जिले के रामनगर में अज्ञात बीमारी से बच्चों की मौत के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। जांच रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है लेकिन पूरे रामनगर ब्लॉक में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: ऊधमपुर जिले के रामनगर में अज्ञात बीमारी से बच्चों की मौत के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। जांच रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है, लेकिन पूरे रामनगर ब्लॉक में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है। उप जिला अस्पताल में ही ओपीडी में आने वाले लोगों की संख्या पहले की अपेक्षा दोगुना बढ़ गई है। लोग पीने के पानी को लेकर भी काफी सतर्कता बरत रहे हैं।
उप जिला अस्पताल रामनगर पर करीब एक लाख की आबादी निर्भर हैं। इनमें बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग और युवा सभी शामिल हैं। पहले यहां पर बोल रोग विशेषज्ञ नहीं था, मगर तीन दिन पहले ही बाल रोग विशेषज्ञ की भी नियुक्ति हुई है। रामनगर में बच्चों की मौत से पहले इस अस्पताल में औसतन चार से पांच सौ के बीच ही मरीज ओपीडी में जांच करवाने के लिए आते थे। अब कुछ दिनों से अस्पताल में ओपीडी में आने वालों की संख्या सात सौ को भी पार कर चुकी है। वीरवार को साढ़े सात सौ और शुक्रवार को भी सात सौ से अधिक मरीज जांच करवाने के लिए पहुंचे। इनमें कई लोग ऐसे थे जो कि अपने बच्चों की जांच करवाने के लिए आए हुए थे। विशेषतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अस्पतालों में अधिक इलाज करवाने के लिए पहुंच रहे हैं।
स्वास्थ्य निदेशक जम्मू डॉ. रेनू शर्मा ने पहले से ही रामनगर ब्लाक में लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद विभाग के कर्मचारियों और डॉक्टरों ने लोगों को बुखार और उल्टियां होने पर तुरंत डाक्टर से जांच करवाने को कहा था। शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी प्रधान कृष्ण चंद्र भगत भी उप जिला अस्पताल रामनगर में पहुंचे और उन्होंने वहां पर डॉक्टरों से बच्चों की हालत के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी मुलाकात की।