मातमी जुलूस के साथ याद की हजरत इमाम की शहादत
जागरण संवाददाता, जम्मू : हजरत इमाम हुसैन की शहादत के 40 दिन पूरा होने पर रविवार को शहर में चेहल्ल
जागरण संवाददाता, जम्मू :
हजरत इमाम हुसैन की शहादत के 40 दिन पूरा होने पर रविवार को शहर में चेहल्लुम का जुलूस निकाला गया। अल विदाई मजलिस के बाद दुलदुल के साथ जुलूस में शामिल लोगों ने नौहाख्वानी करते हुए मातम किया। कर्बला की जंग व उसमें शहीद हुए इमाम हुसैन व उनके साथियों की याद में शिया समुदाय की ओर से इमाम बारगाह सोफी शाह से निकाले गए मातमी जुलूस में छोटे बच्चे भी सीना पीटते रहे और या हुसैन के नारे बुलंद करते हुए चले। समुदाय के लोग शहर के मुख्य बाजारों से होकर गुजरे। अलविदाई मजलिस में समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए मौलाना सईद अली बादशाह नकवी इमाम जुम्मा ने इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की इंसानियत के लिए शहादत का वाकया बयां किया। उनके अलावा प्रधान अंजुमन-ए-इमामिया सईद अमान अली शाह ने भी गली, चौक-चौराहें व सड़कों पर रुककर कर इमाम हुसैन की शहादत की कहानी बयां की। कर्बला कांप्लेक्स में जुलूस की समाप्ति पर फिर से मजलिस हुई। इस मजलिस को प्रो. सुज्जात खान ने संबोधित किया। उन्होंने इस अवसर पर नाइजीरिया में मुसलमानों की हत्या का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि वहां भी शिया समुदाय शांतिपूर्वक जुलूस निकाल रहा था परंतु नाइजीरियाई सरकार ने उस पर हमला कर दिया जिसमें कई बेगुनाह लोग मारे गए। जुलूस संपन्न होने पर अंजुमन-ए-इमामिया के ज्वाइंट सेक्रेटरी एजाज नकवी ने जुलूस के सफल आयोजन में सहयोग देने के लिए पुंछ, कश्मीर, न्यू प्लॉट, बठिडी, लद्दाख आदि से आए समुदाय के लोगों, विशेषकर युवाओं का आभार व्यक्त किया। इंसानियत के लिए हमेशा इसी तरह तैयार रहना चाहिए।