जम्मू कश्मीर में कोरोना की चुनौती के बीच श्रद्धाभाव से मनाया गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाशोत्सव
कोरोना की चुनौती के बीच हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी 400वा प्रकाशोत्सव जम्मू कश्मीर में श्रद्धाभाव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस समय जम्मू कश्मीर में कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है। हालांकि सरकार ने गुरुपर्व को बड़े पैमाने पर बनाने की तैयारी की थी
जम्मू, राज्य ब्यूरो । कोरोना की चुनौती के बीच हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी 400वां प्रकाशोत्सव जम्मू कश्मीर में श्रद्धाभाव, हर्षोल्लास से मनाया गया। इस समय जम्मू कश्मीर में कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है। हालांकि सरकार ने गुरुपर्व को बड़े पैमाने पर बनाने की तैयारी की थी मगर कोरोना के कारण संभव नहीं हो पाया। फिर भी सीमित संगत के साथ गुरुद्वारों में समारोह आयोजित किए गए।
मुख्य समारोह जम्मू के गुरुद्वारा यादगार श्री गुरु नानक देव जी चांद नगर में आयोजित किया गया। जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जम्मू कश्मीर की तरफ से आयोजित समारोह में जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर राघव लंगर और जम्मू के डिप्टी कमिश्नर अंशुल गर्ग शामिल हुए। शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे के करीब श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डाला गया और रागी जत्थों ने शब्द कीर्तन से संगत को निहाल किया। इस दौरान श्री गुरु तेग बहादुर जी की जीवनी और धर्म की रक्षा के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान को याद किया गया।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट करते हुए श्री गुरु तेग बहादुर को नमन किया। उन्होंने कहा कि सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी अनुशासन, सच्चाई, हिम्मत, बलिदान के प्रतीक थे। वहीं दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर के अन्य गुरुद्वारों में भी सुबह सवेरे समारोह आयोजित किए गए। श्रीनगर में गुरुद्वारा छठी पातशाही, जम्मू के गुरुद्वारा सिंह सभा नानक नगर, गुरुद्वारा बाबा फतेह सिंह गांधी नगर, गुरुद्वारा डिग्यिाना आश्रम, गुरुद्वारा श्री गुरु कल्गीधर रिहाड़ी के अलावा ग्रामीण व दूरदराज के इलाकों में भी गुरुद्वारों में सुबह सवेरे संगत माथा टेकने के लिए पहुंची।अधिकतर लोगों ने अपने घरों में ही रहकर अरदास की। लोगों ने कोरोना समाप्त होने की प्रार्थना की।