PAK को करारा जवाब, आतंकी लांचिंग पैड-निगरानी मोर्चे तबाह; PAK गोलाबारी में ग्रामीण की मौत, 4 घायल
आज सुबह से एक बार फिर अपनी हरकतों से बाज न आते हुए पाकिस्तान भारतीय चौकियों व रिहायशी इलाकों में गोलाबारी कर रहा है। भारतीय जवान भी इसका करारा जवाब दे रहे हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: भारतीय जवानों से बार-बार मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है। आज सुबह एक बार फिर पाकिस्तानी सैनिकों ने उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सटे टंगडार में भारतीय चौकियों व रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए गोलाबारी की परंतु जब भारतीय जवानों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया तो कुछ ही देर बाद पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलाबारी बंद कर दी। हालांकि अभी भी दोनों आेर से रूक-रूककर गोलाबारी जारी है। इस गोलाबारी में अभी तक किसी भी नुकसान की सूचना नहीं है।
पाकिस्तानी सेना ने गत सोमवार को भी टंगडार सहित करनाह और गुरेज सेक्टर में भारतीय नागरिक व सैन्य ठिकानों पर भारी गोलाबारी की थी। इसमें टंगडार सेक्टर में एक 60 वर्षीय ग्रामीण की मौत और चार अन्य लोग घायल हो गए। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब देते हुए गुलाम कश्मीर के अग्रिम छोर पर नीलम घाटी में स्थित एक आतंकी लांचिंग पैड के साथ पाकिस्तानी सेना के दो निगरानी मोर्चे भी तबाह कर दिए थे। अलबत्ता, पाकिस्तानी सेना को पहुंचे नुकसान की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। देर रात तक दोनों तरफ से भारी गोलाबारी जारी रही। इस बीच, प्रशासन ने पाकिस्तानी गोलाबारी को देखते हुए स्थानीय लोगों को बीती रात से ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना दिया था। बड़ी संख्या में लोगों ने निकटवर्ती सुरक्षा शिविरों व बंकरों में भी शरण ली हुइ है।
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने दोपहर बाद जिला कुपवाड़ा में एलओसी के साथ सटे करनाह, टंगडार और जिला बांडीपोरा में गुरेज सेक्टर को निशाना बनाना शुरू कर दिया। पाकिस्तानी सैनिकों ने सबसे पहले करनाह सेक्टर में जियारत, ठंड और अमन सिंह टेकरी चौकियों के दायरे में आने वाले सैन्य व नागरिक ठिकानों पर तोप और मोर्टार के गोले दागे। सेना ने पहले संयम बनाए रखा, लेकिन जब गोलाबारी की तीव्रता बढ़ने लगी तो जवानों ने भी पाकिस्तानी ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
शाम करीब चार बजे पाकिस्तानी सैनिकों ने करनाह व टंगडार सेक्टरों में भी गोलाबारी शुरू कर दी। पाकिस्तानी सैनिकों ने टाड गांव में नागरिक ठिकानों पर भीषण गोलाबारी की। इसमें 60 वर्षीय ग्रामीण सलीम अहमद की मौत हो गई और चार अन्य लोग जख्मी हो गए। सेना ने घायल ग्रामीणों को अस्पताल पहुंचाने का बंदोबस्त करने के साथ अन्य ग्रामीणों को पाकिस्तानी गोलाबारी के बीच ही सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया। टाड और उसके साथ सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों ने निकटवर्ती सुरक्षा शिविरों में शरण ले ली है। जिला प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए संबंधित अधिकारियों को पूरी तरह अलर्ट कर दिया है।
टाड में एक ग्रामीण की मौत के बाद भारतीय जवानों ने नीलम घाटी में पाकिस्तानी सेना की उन चौकियों को निशाना बनाया, जहां से गोलाबारी हो रही थी। इसमें नीलम घाटी में बने एक आतंकी लांचिंग पैड और पाकिस्तानी सेना के दो निगरानी मोर्चे को भी नुकसान पहुंचाया है। इसमें पाकिस्तानी सेना को जानी नुकसान पहुंचने की सूचना है, लेकिन अधिकारिक स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
भारत की जवाबी कार्रवाई से हुए नुकसान से बौखलाए पाकिस्तानी सैनिकों ने शाम साढ़े छह बजे पंथ चौकी और उसके साथ सटे नागरिक इलाकों को निशाना बनाते हुए गोलाबारी शुरू कर दी। भारतीय जवानों ने भी जवाब में पाकिस्तानी सेना की लोसर-1 चौकी को निशाना बनाते हुए गोलाबारी की। यहां भी पाकिस्तान को भारी नुकसान होने का अनुमान है। देर शाम गए तक गुरेज, टंगडार और करनाह में दोनों तरफ से भीषण गोलाबारी जारी रही। आज सुबह से एक बार फिर अपनी हरकतों से बाज न आते हुए पाकिस्तान भारतीय चौकियों व रिहायशी इलाकों में गोलाबारी कर रहा है। भारतीय जवान भी इसका करारा जवाब दे रहे हैं।