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Fake Gun License case : एक दिन पहले ही पहुंच गई थी टीम, घंटों चली कार्रवाई

फर्जी गन लाइसेंस मामले की जांच के लिए सीबीआइ की 27 सदस्यीय टीम एक दिन पहले रविवार को ही जम्मू और श्रीनगर पहुंच गई थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 10:43 AM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 10:43 AM (IST)
Fake Gun License case : एक दिन पहले ही पहुंच गई थी टीम, घंटों चली कार्रवाई
Fake Gun License case : एक दिन पहले ही पहुंच गई थी टीम, घंटों चली कार्रवाई

जम्मू, जागरण न्यूज नेटवर्क । फर्जी गन लाइसेंस मामले की जांच के लिए सीबीआइ की 27 सदस्यीय टीम एक दिन पहले रविवार को ही जम्मू और श्रीनगर पहुंच गई थी। सोमवार को सीबीआइ की टीम ने विभिन्न ठिकानों पर गन लाइसेंस का रिकॉर्ड जांचा और अधिकारियों से पूछताछ भी की। यह कार्रवाई घंटो चली। सीबीआइ अधिकारी कुछ रिकॉर्ड अपने साथ भी ले गए हैं।

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यूं चली कार्रवाई :

कुमार राजीव रंजन :

सीबीआइ ने 2010 बैच के आइएएएस कुमार राजीव रंजन के जम्मू में कार्यालय में जांच की। राजीव रंजन इस समय जम्मू विकास प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन और जम्मू-श्रीनगर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के सीईओ भी हैं। राजीव रंजन दोपहर 2:15 बजे बाहू प्लाजा स्थित अपने जेडीए कार्यालय में पहुंचे। इसके ठीक पांच मिनट बाद सीबीआइ टीम उनके कार्यालय में पहुंची और देर शाम तक वहां मौजूद रही। सूत्रों के अनुसार, टीम ने राजीव रंजन से जिला कुपवाड़ा का जिला आयुक्त रहते हुए बनाए गए गन लाइसेंस के बारे में पूछताछ की। राजीव रंजन जिला जम्मू के जिला आयुक्त भी रह चुके हैं।

यशा मुद्गल :

इसके बाद सीबीआइ अधिकारी वर्ष 2007 बैच की आइएएस यशा मुद्गल से पूछताछ करने उनके सरकारी आवास जम्मू के सतवारी के अशोक नगर में गए। यशा इस समय पॉवर डिस्ट्रिब्यूशन कॉरपोरेशन की सीईओ और प्रबंध निदेशक के पद पर तैनात हैं। यशा से उनके कश्मीर के जिला बारामुला का जिला आयुक्त रहने के दौरान बनाए गए गन लाइसेंस के बारे में जानकारी हासिल की गई। यशा अपने कार्यालय के दौरान कई अहम पदों पर तैनात रह चुकी हैं।

जावेद अहमद खान :

इसी दौरान सीबीआइ की टीम जम्मू में पूर्व आइएएस अधिकारी जावेद अहमद खान के भङ्क्षठडी की मिर्जा लेन में स्थित आवास पर गई। जावेद से कश्मीर में जिला आयुक्त रहते हुए बनाए गए गन लाइसेंस के बारे में जानकारी हासिल की गई। जावेद कुछ समय पूर्व बागवानी विभाग के आयुक्त सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।

फकीर चंद भगत :

राजौरी के पूर्व जिला आयुक्त फकीर चंद भगत के जम्मू के ग्रेटर कैलाश आवास में भी सीबीआइ की टीम पहुंची। टीम ने नागरिक सचिवालय में तैनात अधिकारी से भी फर्जी गन लाइसेंस बनाने के बारे में पूछताछ की।

इनके आवास की भी जांच :

इनके अलावा पूर्व अधिकारियों में कुपवाड़ा के पूर्व डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट इतरत हुसैन, किश्तवाड़ के पूर्व डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट सलीम मोहम्मद, किश्तवाड़ और डोडा के पूर्व डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट फारूक अहमद खान और पुलवामा के पूर्व डिस्ट्रिक्ट मजिस्टेट जहांगीर अहमद के घरों पर भी सीबीआइ ने दबिश दी।


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