जम्मू, जागरण संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी पर कर्मचारी विरोधी नीतियां अपनाने तथा गलत व झूठी बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए विभिन्न सरकारी विभागों में अस्थायी कर्मियों ने प्रदर्शन किया। ऑल जम्मू-कश्मीर कैज्युअल लेबर यूनाइटेड फ्रंट के बैनर तले प्रदर्शनी मैदान के बाहर एकत्रित हुए फ्रंट के नेताओं ने कहा कि आज तो सिर्फ कश्मीर का नेतृत्व व जम्मू संभाग के विभिन्न इलाकों से फ्रंट के नेता ही इस प्रदर्शन में शामिल हुए है। अगर केंद्र सरकार व जम्मू-कश्मीर प्रदेश प्रशासन का अस्थायी कर्मियों के प्रति यहीं उदासीन रवैया रहा तो आने वाले दिनों में पूरे जम्मू-कश्मीर के अस्थायी कर्मी सड़कों पर उतर आएंगे।
फ्रंट के प्रधान तनवीर हुसैन ने प्रदर्शन की अगुआई करते हुए कहा कि भाजपा के नेता गलत बयानबाजी करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की गत दिनों जम्मू में हुई रैली के दौरान दिए गए बयान की आलोचना करते हुए तनवीर हुसैन ने कहा कि अमित शाह ने कहा कि उनकी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में न्यूनतम वेतन कानून लागू किया है। हुसैन ने कहा कि अमित शाह का यह बयान पूरी तरह से झूठा है। प्रदेश के अस्थायी कर्मी आज भी जम्मू-कश्मीर में न्यूनतम वेतन कानून लागू करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना के अस्थायी कर्मियों को स्थायी करने की मांग को लिस्ट में रखे जाने संबंधी बयान की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि वे लोग 1994 से अपनी सेवाएं दे रहे हैं और आज भाजपा कहती है कि उनको लिस्ट में रखा है। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह रवैया देखकर उन्हें अफसोस होता है कि उन्होंने भाजपा को सत्ता में लाया। आगामी लोकसभा सत्र में जम्मू-कश्मीर के अस्थायी कर्मियों के सभी मसले हल करने की मांग करते हुए तनवीर हुसैन ने कहा कि फ्रंट के नेता सत्र शुरू होने से पूर्व दिल्ली जाकर अपनी बात रखेंगे और अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो आने वाले दिनों में व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा।
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