कंक्रीट के बजाय नब्बे फीसद पत्थर मिलाकर बना दी सड़क की दीवार
बेरी से गंदोह तक साढ़े चार किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य में भरी अनियमितताएं बरती गई हैं। कंक्रीट की दीवार बनाने के बजाय निर्माण कर रही कंपनी ने नब्बे फीसद पत्थर सड़क की दीवारों में भर दिया। अब एंटी करप्शन ब्यूरो ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियो सहित कंपनी डायरेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : बेरी से गंदोह तक साढ़े चार किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य में भारी अनियमितताएं आई हैं। यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत बन रही है। सड़क के निर्माण में नियमों को पूरी तरह से ताक पर रखा गया। सड़क के किनारों पर कंक्रीट की दीवार बनाने की बनाए नब्बे फीसद पत्थरों का इस्तेमाल किया गया। इसका खुलासा तब हुआ जब शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) डोडा की टीम ने निर्माण सामग्री के सैंपल की जांच की। अब एसीबी ने पीएमजीएसवाई डिवीजन ठाठरी के अधिकारियों सहित निर्माण कर रही कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो टीम द्वारा दर्ज किए मामले के अनुसार मामले के अनुसार कंक्रीट दीवार बनाने का 242.42 लाख रुपये का ठेका जम्मू के गांधी नगर की मैसर्स क्यूब कंस्ट्रक्शन इंजीनिय¨रग लिमिटेड को दिया गया था। अधिकारियों और ठेकेदार की आपसी मिलीभगत से कंक्रीट की बजाय नब्बे फीसद पत्थर भरकर दीवार बना दी। एबीसी के अनुसार अधिकारियों ने निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितताओं को जानते हुए भी ठेकेदार को 29,67,531 रुपये का भुगतान कर दिया। अधिकारियों ने सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल होने दिया और ठेकेदार को पैसा जारी करके सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया, जो ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत को दिखाता है।
अब एबीसी ने तत्कालीन एईई अख्तर हुसैन शाह, जेई इरशाद अहमद व सोनू शर्मा तथा मैसर्स क्यूब कंस्ट्रक्शन इंजीनिय¨रग लिमिटेड के डायरेक्टर संजय सी शाह के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।