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पीजी कोर्स में दाखिला मिला, अब हॉस्टल की चुनौती

जम्मू विश्वविद्यालय के पीजी कोर्स में दाखिला लेने के बाद अब विद्यार्थियों के आगे अहम चुनौती हॉस्ट

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 06:55 PM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 06:55 PM (IST)
पीजी कोर्स में दाखिला मिला, अब हॉस्टल की चुनौती
पीजी कोर्स में दाखिला मिला, अब हॉस्टल की चुनौती

जम्मू विश्वविद्यालय के पीजी कोर्स में दाखिला लेने के बाद अब विद्यार्थियों के आगे अहम चुनौती हॉस्टल हासिल करने की हो गई है। जम्मू विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार में संभाग के दस जिले हैं। इन जिलों के दूरदराज व ग्रामीण इलाकों से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को हॉस्टल की जरूरत होती है। सीटें कम होने के कारण हर एक विद्यार्थी के लिए हॉस्टल हासिल करना मुमकिन नहीं होता। विश्वविद्यालय में अब शीघ्र हॉस्टल के लिए आवेदन निकलने वाले हैं। विद्यार्थी बेसब्री के साथ इंतजार कर रहे हैं।

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लड़कों के हॉस्टलों में नेहरू हॉस्टल, स्वामी विवेकांनद हॉस्टल, शहीद भगत ¨सह ओल्ड कैंपस हॉस्टल, और बाबा जित्तो हॉस्टल है। इनमें करीब साढ़े चार सौ विद्यार्थियों की ठहरने की व्यवस्था है। लड़कियों के हॉस्टलों में प्रियदर्शनी हॉस्टल, सरोजनी नायडू हॉस्टल और चंद्रभागा हॉस्टल है। इनमें साढ़े तीन सौ के करीब छात्राओं को ठहराने की व्यवस्था है। लड़कों का एक नया हॉस्टल बन कर तैयार हो गया है। इसमें बेड व अन्य ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाने की तैयारी की जा रही है। लड़कियों के एक नए हॉस्टल का निर्माण कार्य जारी है।

लड़कों के हॉस्टलों के प्रोवोस्ट प्रो. यशपाल शर्मा ने बताया कि सभी विभागों को दाखिला के आधार अपने अपने ब्योरा देने को कहा गया है। हर विभाग का सीटों के हिसाब से कोटा निर्धारित होगा। सीटों को निर्धारित करने और अन्य संबधित फैसलों के लिए बीस अगस्त को डीन एकेडमिक अफेयर्स की अध्यक्षता में बैठक होगी। विश्वविद्यालय नियमों के अनुसार हॉस्टल में सीट अलॉट करने के लिए मेरिट और घर से विश्वविद्यालय के बीच फासले के मापदंड बनाए गए हैं। इसमें लड़कों के लिए दूरी कम से कम 45 किलोमीटर और लड़कियों के लिए कम से कम तीस किलोमीटर होनी चाहिए। यह न्यूनतम योग्यता है।

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-विद्यार्थियों को मिली राहत

विद्यार्थियों के प्रदर्शन के कारण कलस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू प्रबंधन के झुकने से विद्यार्थियों को राहत मिली है। कलस्टर यूनिवर्सिटी के अधीन साइंस कॉलेज, मौलाना आजाद मेमोरियल कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज और महिला कॉलेज गांधी नगर आते हैं। इस बार दाखिला प्रक्रिया का केंद्रीयकरण किए जाने के बाद हजारों की संख्या में विद्यार्थी दाखिला लेने से वंचित रह गए। विद्यार्थियों के प्रदर्शन के बाद फिर से दाखिले शुरू हुए और कॉलेजों ने आवेदन स्वीकर किए। सोमवार को दाखिला लेने की अंतिम तिथि है। हालांकि अधिकतर विद्यार्थियों को राहत मिली है लेकिन अभी भी काफी संख्या में विद्यार्थियों के छूटने की संभावना बनी हुई है। अगर कलस्टर यूनिवर्सिटी ने पहले ही बेहतर सिस्टम अपना लिया होता तो यह हालात नहीं बनते। पिछले काफी वर्षो से कॉलेज अपने हिसाब से दाखिला लेते आ रहे हैं। लेकिन मुश्किल पेश नहीं आई। -स्टूडेंट कल्चरल काउंसिल का चुनाव

जम्मू विश्वविद्यालय में पीजी कोर्स में दाखिला प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद अब स्टूडेंट कल्चरल काउंसिल के चुनाव की तैयारी होगी। कल्चरल काउंसिल जम्मू विवि की संवैधानिक बॉडी है। इसके लिए चुनाव डीन स्टूडेंट वेलफेयर करवाती है। एक सचिव और तीन संयुक्त सचिव चुने जाते है। यह चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से होते है। इसमें सबसे पहले सभी विभाग अपने अपने विभागीय कल्चरल सचिव चुनते हैं। यह विभागीय कल्चरल सचिव मुख्य बॉडी के पदाधिकारियों के लिए मतदान करते है। डीन स्टूडेंट वेलफेयर विभाग ने इसकी तैयारी शुरु कर दी है। यह बाडी जम्मू विवि की सबसे बड़ी सांस्कृतिक गतिविधि डिस्प्ले योर टैलेंट के आयोजन में अहम भूमिका निभाती है। -महिला कॉलेज परेड में लोक महोत्सव

महिला कॉलेज परेड में 13 और 14 अगस्त को दो दिवसीय लोक महोत्सव होगा। इसका मुख्य उद्देश्य छात्राओं को अपनी संस्कृति से जोड़ना है। महिला कॉलेज परेड यूजीसी से स्वायत्त कॉलेज है। कॉलेज में अंडर ग्रेजुएट व पीजी कोर्सों में दाखिला प्रक्रिया संपन्न हो गई है। नई कक्षाएं लग गई हैं। कॉलेज में लोक महोत्सव में लोक नृत्य व लोक संगीत की धूम रहेगी।


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