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कुपवाड़ा में आतंकियों के खिलाफ अभियान समाप्त

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में गत मंगलवार को पाक प्रशिक्षित घुसपैठियों के खिलाफ शुरू हुआ अभियान वीरवार दोपहर को औपचारिक रूप से समाप्त हो गया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 23 Mar 2018 12:40 PM (IST)Updated: Fri, 23 Mar 2018 12:40 PM (IST)
कुपवाड़ा में आतंकियों के खिलाफ अभियान समाप्त
कुपवाड़ा में आतंकियों के खिलाफ अभियान समाप्त

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। उत्तरी कश्मीर के हलमतपोरा (कुपवाड़ा) में गत मंगलवार को पाक प्रशिक्षित घुसपैठियों के खिलाफ शुरू हुआ अभियान वीरवार दोपहर को औपचारिक रूप से समाप्त हो गया। इस अभियान के दौरान पांच पाकिस्तानी आतंकी मारे गए और पांच सुरक्षाकर्मी भी शहीद हो गए। चार सुरक्षाकर्मियों के जख्मी होने के अलावा एक जवान भी लापता है, जिसकी तलाश की जा रही है।

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इस बीच, मारे गए पांचों आतंकियों को मुठभेड़ स्थल से कुछ ही दूरी पर रंगवार के जंगल में स्थानीय ऑकाफ समिति की मदद से पूरे इस्लामिक तौर तरीकों के साथ दफना दिया गया। हालांकि पुलिस या सेना ने मारे गए आतंकियों के दो अन्य साथियों और लापता जवान के बारे में किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने दावा किया कि पांच ही आतंकी थे, लेकिन सूत्रों ने बताया कि यह अभियान सात घुसपैठियों के दाखिल होने की सूचना पर शुरू हुआ था।

सूत्रों के अनुसार, बुधवार शाम करीब साढ़े छह बजे आतंकियों की तरफ से गोलीबारी पूरी तरह बंद हो गई थी, लेकिन वीरवार सुबह मुठभेड़स्थल के पास कुछ गोलियां चली। इसपर सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इसमें ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद भी ली गई। माना जा रहा है कि गोली जिंदा बचे दो आतंकियों ने जंगल में चलाई थी। इन आतंकियों और लापता जवान का पता लगाने के लिए सुरक्षाबल मुठभेड़स्थल के आसपास के करीब तीन से चार किलोमीटर के इलाके को खंगाल रहे हैं। पुलिस ने अधिकारिक तौर पर अभियान समाप्त होने की जानकारी दी है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि तलाशी अभियान जारी है।

इस बीच, मुठभेड़स्थल और उसके साथ सटे इलाकों से बम निरोधक दस्ते ने विस्फोटक हटाकर उसे पूरी तरह सुरक्षित घोषित कर दिया है। आइजीपी कश्मीर डॉ. एसपी पाणि ने बताया कि मारे गए पांचों आतंकी विदेशी थे। उनके लश्कर अथवा जैश से संबंधित होने की संभावना है। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, अत्याधुनिक जीपीएस व अन्य संचार उपकरण, मैट्रिक्स शीट, डायरियां, कंपास, खाने पीने का सामान भी मिला है। उन्होंने बताया कि आतंकियों ने एक लाभजनक स्थान पर पोजीशन ले रखी थी। इसलिए उन्हें मार गिराने में समय लगा। यह एक मुश्किल अभियान था।

यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि यह मुठभेड़ जिला मुख्यालय कुपवाड़ा से लगभग पांच किलोमीटर दूर और एलओसी के करीब आठ किलोमीटर भीतर हलमतपोरा में हुई है। घुसपैठिए शायद बच निकलते, अगर वह स्थानीय मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए न रुकते और न उनके दो हथियारबंद साथी मस्जिद के बाहर पहरे पर खड़े होते। सुरक्षाबलों ने वहां से गुजरते हुए हथियारबंद आतंकियों को देख लिया था।

गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज कुपवाड़ा में रहा अवकाश :

कुपवाड़ा मुठभेड़ में पांच आतंकियों की मौत के बाद पैदा हालात के मद्देनजर प्रशासन ने वीरवार को गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज कुपवाड़ा में अवकाश रखा। प्रशासन को आशंका थी कि आतंकियों की मौत से हताश अलगाववादी और आतंकियों के समर्थक तत्व कस्बे में ¨हसा भड़काने के लिए छात्रों को अपना हथियार बना सकते हैं। इसलिए यह कदम उठाया गया था। 


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