बुड्ढा अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था रवाना
जागरण संवाददाता, जम्मू : बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा
जागरण संवाददाता, जम्मू : बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच यात्री निवास से पुंछ की लोरन मंडी के लिए रवाना हो गया। बम बम भोले, जय बाबा चट्टानी का जयघोष करते हुए जत्थे में नौ सौ से अधिक श्रद्धालु शरीक हुए। श्रद्धालु छोटे बड़े 22 वाहनों में सवार होकर आगे बढ़े।
मार्ग में कुछ और श्रद्धालु इस जत्थे में शामिल हुए। सुबह साढ़े पांच बजे यात्री निवास भवन में पहले विधिवत तरीके से पूजा अर्चना की गई। इसके बाद नारियल फोड़ कर मंगलमय यात्रा की कामना की गई। बाद में जयघोष करते हुए श्रद्धालु अपने वाहनों में सवार हो गए। यह जत्था शनिवार को बाबा बुड्ढा अमरनाथ के दर्शन करेगा। विश्व ¨हदू परिषद के अंतराष्ट्रीय महामंत्री मि¨लद परांदे ने यात्रा के पहले जत्थे को झंडी दिखाई।
इस मौके पर बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन ¨सह सोलंकी व बजरंग दल जम्मू कश्मीर के संयोजक नवीन सूदन भी उपस्थित थे। पहले जत्थे में उत्तराखंड, पंजाब, सौराष्ट्र व मध्य प्रदेश से श्रद्धालुओं ने भाग लिया। सुबह में यात्री निवास में काफी चहल पहल थी। बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जोश था। श्रद्धालुओं ने जब बम बम भोले, जय बाबा चट्टानी, जय बाबा बुड्ढा अमरनाथ का जयघोष किया तो यात्री निवास का पंडाल गूंज उठा। यात्रा मार्ग में जत्थे का जगह-जगह स्वागत भी हुआ।
यात्रा के पहले जत्थे के रवाना होने से पहले विहिप के अंतराष्ट्रीय महामंत्री मि¨लद परांदे ने कहा कि जम्मू कश्मीर यात्राओं का प्रदेश है क्योंकि यहां पर जगह-जगह एतिहासिक व पौराणिक स्थल हैं। बाबा बुड्ढा अमरनाथ एक महत्वपूर्ण देवस्थल है। देश के हर व्यक्ति को इस स्थल के दर्शन करने चाहिए। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा का दयित्व बखूबी निभाएं। जम्मू कश्मीर के बजरंग दल के संयोजक नवीन सूदन ने कहा कि राज्य में इन यात्राओं से ही शांति कायम होगी।
उन्होंने कहा कि बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ 2005 में बजरंग दल ने किया था। यह अब नियमित रूप ले चुकी है। हर साल इसका विस्तार हो रहा है। मौके पर सुरेंद्र अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे। यात्रा के जत्थे के रवाना होने के दौरान बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्री न्यास के महामंत्री कर्ण ¨सह चाड़क व सुदर्शन खजूरिया उपस्थित थे। यात्रा का अंतिम जत्था 24 अगस्त को जम्मू से पुंछ के लिए रवाना होगा।
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प्रशासनिक अधिकारियों की खली कमी
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर राजकीय शोक के चलते किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे की रवानगी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि यात्रा की रवानगी के लिए डिवीजनल कमीश्नर को खास तौर पर आमंत्रित किया गया था। कई विभागों के उच्च अधिकारियों को न्योता दिया गया था। मगर यह अधिकारी यात्रा के पहले जत्थे की रवानगी पर नहीं पहुंचे।