Jammu: हाल जानने पहुंचे भाई को ससुराल में झुलसी मिली बहन
मनीषा के नाना चौधरी भगवान दास मामा अशोक कुमार रोहित चौधरी सहित अन्य परिजनों ने ससुराल वालों पर मनीषा को जलाकर मार डालने का आरोप लगाया।
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा: सीमावर्ती गांव दिवानगढ़ में वीरवार को दोपहर में संदिग्ध परिस्थितियों में एक महिला की मौत हो गई। मृत महिला की पहचान 28 वर्षीय मनीषा चौधरी के रूप में की गई। उसकी शादी वर्ष 2012 में सैन्यकर्मी रविचंद्र के साथ हुई थी। उसके दो बच्चे हैं। मनीषा के भाई गुलशन ने बताया कि वीरवार को वह बहन के घर पहुंचा तो वह आग से झुलसी हुई थी। उसका कहना था कि उसने घर में मौजूद लोगों को बहन का उपचार करवाने के लिए आरएसपुरा उपजिला अस्पताल ले चलने के लिए कहा, लेकिन वे नहीं माने।
इसी वजह से उसकी बहन की मृत्यु हो गई। इसके बाद उसने आरएसपुरा पुलिस को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने दीवानगढ़ गांव पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए आरएसपुरा उपजिला अस्पताल पहुंचाया। लोगों में इस बात पर खासा रोष था कि यदि महिला को समय से अस्पताल ले जाया गया होता तो उसकी जान बच सकती थी। परिजन बार-बार यही कह रहे थे कि उनकी बेटी को मारा गया है। इसीलिए ससुराल वाले उसे अस्पताल नहीं ले जाना चाहते थे। पुलिस टीम ने परिजनों को समझाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा, क्योंकि वे बार-बार एक ही बात कह रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट आने पर इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में यदि कुछ लोग शामिल हैं, तो उनको छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस कानून के तहत कार्रवाई करेगी।
सूचना देने के घंटों बाद भी नजदीकी चौकी से नहीं आई पुलिस मनीषा के नाना चौधरी भगवान दास, मामा अशोक कुमार, रोहित चौधरी सहित अन्य परिजनों ने ससुराल वालों पर मनीषा को जलाकर मार डालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दीवानगढ़ गांव के पास ही पुलिस चौकी है। वहां उन्होंने मनीषा के झुलसी हालत में मिलने की शिकायत की, लेकिन कई घंटे तक वहां पर कोई पुलिस अधिकारी नहीं पहुंचा। ऐसे में उन्होंने आरएसपुरा पुलिस थाने में जाकर मामले की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस टीम वहां पहुंची। आरएसपुरा पुलिस ही शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए आरएसपुरा उपजिला अस्पताल ले गई। आरएसपुरा पुलिस थाने में इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है।